काशीपुर: कोरोना संक्रमण के गंभीर रोगियों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए शासन-प्रशासन ने क्षेत्र के कई निजी अस्पतालों को कोविड इलाज करने की अनुमति दी है, मगर कुछ निजी कोविड अस्पताल महामारी के दौर में अपनी मनमानी कर आमजन को खासा परेशान कर रहे हैं. लगातार शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य व पुलिस विभाग ने संयुक्त रूप से ऐसे अस्पताल में छापेमारी करके कई खामियां पाई हैं. इस दौरान एक निजी अस्पताल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
काशीपुर क्षेत्र में प्रशासन ने दस निजी अस्पतालों को कोविड इलाज के लिए अनुमति प्रदान की है. कई निजी कोविड अस्पताल सरकार की गाइडलाइन को धता बताकर अपनी मनमर्जी से कोविड मरीजों को भर्ती कर रहे हैं. वे आपदा में अवसर ढूंढते हुए मनमाफिक इलाज के एवज में मोटी रकम वसूल रहे हैं. साथ ही कई अस्पताल संचालक बैड फुल होने की बात कहकर रोगियों को भर्ती करने से मना भी कर रहे हैं.
जिसको लेकर कई पीड़ितों के परिजन बीते कई दिनों से डीजीपी, सीएम हेल्प डेस्क, जिलाधिकारी, संयुक्त मजिस्ट्रेट से शिकायत कर रहे थे. जिसको संज्ञान में लेते हुए आज आज दोपहर बाद कोरोना नोडल अधिकारी डॉ अमरजीत साहनी ने संयुक्त रुप से मुरादाबाद रोड स्थित कोविड निजी अस्पतालों में छापामार कार्रवाई की. छापेमारी टीम ने इस दौरान निजी अस्पतालों के रिसेप्शन पर मौजूद भर्ती रजिस्टरों को चेक किया.
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रजिस्टर में कई खामियां पाई गई. यही नहीं आईसीयू वार्ड में भर्ती कोविड रोगियों को उनके परिजन खाना व अन्य सामान स्वयं पहुंचा रहे थे. जिससे संक्रमण और अधिक फैलने का खतरा बना हुआ है. जांच के दौरान टीम ने देखा सरकार द्वारा जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसका पालन नहीं किया जा रहा है. अस्पताल मनमर्जी से रकम वसूल रहे हैं. कोरोना नोडल अधिकारी डॉ.साहनी व सीओ अक्षय प्रहलाद ने बताया जो शिकायतें लोगों ने की थी वह सत्य पाई गई हैं. इसी के तहत मुरादाबाद रोड स्थित स्पर्श अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहां काफी अनियमितताएं पाई गई हैं जिसके चलते उक्त अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई है.