देहरादून:आगामी 3 मई से चारधाम यात्रा का आगाज होने जा रहा है. इसको लेकर बदरी-केदार मंदिर समिति के साथ-साथ पर्यटन विभाग भी अपनी तैयारियों में जुटा है. चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस बार यात्रा पर ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. ऐसे में चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए पहली बार शासन ने रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है, साथ ही जियो टैगिंग की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा में इस बार आदिगुरू शंकराचार्य की मूर्ति आकर्षण का केंद्र रेहगी.
ज्यादा यात्रियों के दबाव की चुनौती:पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इस बार सरकार के पास जो इनपुट है, उसके अनुसार चारधाम यात्रा में यात्रियों का जबरदस्त दबाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने बताया कि ट्रैवल एजेंटों से मिली जानकारी के अनुसार भारी संख्या में पूरे देश से चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों द्वारा बुकिंग कराई जा रही है. इस संबंध में शासन प्रशासन लगातार अपने स्तर पर तैयारियां कर रहा है, जिसमें मुख्य सचिव स्तर और उसके बाद मुख्यमंत्री स्तर पर भी बैठक ली जा चुकी है.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि इस बार एक तो यात्रा थोड़ी देर से शुरू हो रही है और 15 जुलाई मॉनसून सीजन की शुरुआत मानी जाती है. ऐसे में यात्रा के लिए बेहद सीमित समय मिल रहा है और इस सीमित समय में यात्रियों का काफी ज्यादा दबाव रहने वाला है, ऐसे में चारधाम यात्रा को सुचारू करना शासन प्रशासन की यह एक बड़ी चुनौती होगी.
निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के निर्देश: पर्यटन सचिव ने जानकारी दी है कि चारधाम यात्रा रूट पर चल रहे सड़क निर्माण के कार्यों को लेकर सभी कार्यदायी संस्थाओं को यह निर्देशित कर दिया गया है कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह का बड़ा निर्माण कार्य नहीं चलेगा. हालांकि, छोटे निर्माण कार्य के लिए छूट रहेगी लेकिन वह भी दिन के समय नहीं, बल्कि रात में करने होंगे.
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इसके साथ ही चारधाम यात्रा रूट पर मौजूद संवेदनशील भूस्खलन वाली जगहों पर जल्द से जल्द मार्ग खुलवाने को लेकर मशीनें तैनात करने के भी निर्देश दिए गए हैं. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि इस विंटर सीजन में केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में काफी अधिक मात्रा में बर्फबारी हुई थी. लेकिन दोनों धामों के मार्ग खोल दिए गए हैं. धामों पर प्रशासन की आवाजाही हो रही है.
केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण के कार्यों को लेकर दिलीप जावलकर ने जानकारी दी कि ज्यादातर पुनर्निर्माण के काम पूरे हो चुके हैं. कुछ बचे हुए कार्य लगातार जारी हैं, लेकिन जिस समय यात्रा चलेगी उस समय निश्चित तौर से इन निर्माण कार्यों की गति में कमी आएगी, जिसके लिए कार्यदायी संस्थाओं को जानकारी दे दी गई है.
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बदरी-केदार मंदिर समिति तैयारियों में जुटी:पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि धामों तक पहुंचने की जहां एक तरफ पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है. तो वहीं, मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के दर्शन कराने की पूरी जिम्मेदारी केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के लिए बदरी केदार मंदिर समिति की है और गंगोत्री यमुनोत्री में वहां के मंदिरों की समीति है. जावलकर ने बताया कि चारों धामों में रावल का भी स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा चुका है.