ऋषिकेश: लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र के अंतर्गत चोरी के आरोप में पकड़े जाने के बाद पुलिस की गिरफ्त से छूटकर गंगा में कूदने वाले केदार सिंह की जांच एडिशनल एसपी शेखर सुयाल ने पूरी कर ली है. मामले में एक पीआरडी के जवान और हेड मोहर्रिर की लापरवाही सामने आई है. एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है.
बता दें कि 22 अगस्त को परमार्थ निकेतन से चोरी का मामला सामने आया था. चोरी के आरोप में मुनि की रेती थाना पुलिस ने उत्तरकाशी स्थित चुनेर गांव के केदार सिंह को पकड़ा था. मुनि की रेती थाना पुलिस ने लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र का मामला होने की वजह से आरोपी को संबंधित थाना पुलिस के हवाले कर दिया था. जिसके बाद लक्ष्मण झूला थाना पुलिस ने आरोपी को बैरक में पीआरडी के जवान की निगरानी में सुरक्षित बैठाया.
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इस दौरान केदार सिंह पीआरडी के जवान को धक्का देकर थाने से भाग गया. पुलिस भी केदार सिंह के पीछे पीछे भागी. मगर केदार सिंह लक्ष्मण झूला पुल से गंगा में कूद गया. यह पूरी वारदात क्षेत्र में जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई. इस मामले को लेकर पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप लगे. हंगामा हुआ तो एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने मामले की जांच एडिशनल एसपी को सौंपी. जांच पूरी होने पर एक पीआरडी के जवान और हेड मोहर्रिर की लापरवाही सामने आई है.
मुख्यालय पुलिस महानिदेशक ने क्या कहा?: अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था डॉ वी मुरुगेशन मुख्य प्रवक्ता पुलिस मुख्यालय द्वारा बताया गया है कि केदार सिंह के प्रकरण में पुलिस मुख्यालय द्वारा एसएसपी पौड़ी यशवंत चौहान से रिपोर्ट मांगी गई. एसएसपी पौड़ी की रिपोर्ट में केदार सिंह के स्वयं नदी में कूदने की बात कही गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि उपरोक्त प्रकरण के पर्याप्त साक्ष्य एवं सीसीटीवी फुटेज हैं. सम्यक विचारोपरांत प्रकरण की जांच डीआईजी गढ़वाल को सौंपी गई है, तथा इस मामले की निष्पक्ष जांच हेतु थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला को हटाने हेतु निर्देशित किया गया है.