देहरादून: प्रदेश में साल दर साल आकस्मिक मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वहीं, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने उत्तराखंड में साल 2018 में हुए आकस्मिक मौत और आत्महत्याओं का डाटा जारी किया है. एनसीआरबी की रिपोर्ट का विश्लेषण करें तो साल 2017 में प्राकृतिक और अन्य कारणों की वजह से 1581 मौत हुईं थी. जबकि, ये आंकड़ा साल 2018 में बढ़कर 1924 हो गया. वहीं, आत्महत्या के मामले भी साल 2017 के मुकाबले साल 2018 में 27.2 फीसदी की बढोतरी हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में दुर्घटनाओं और अन्य कारणों की वजह से कई मौते हुईं है. जो साल 2017 के मुकाबले ज्यादा है. जिसमें 21.7 फीसदी की बढोतरी हुई है.
उत्तराखंड में प्राकृतिक और अन्य कारणों से हुई मौतें
साल | प्राकृतिक कारण | अन्य कारणों से मौत | कुल मौतें |
2017 | 64 | 1517 | 1581 |
2018 | 69 | 1855 | 1924 |
उम्र और लिंग के आधार पर हुई आकस्मिक मौतें
साल | पुरुष | महिला | अन्य | कुल मौतें |
2018 | 1485 | 439 | 0 | 1924 |
साल 2018 में मरने वालों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से ज्यादा है. जिसमें 1485 पुरुष और 439 महिलाएं शामिल हैं.
प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुईं मौतें
साल | ठंड के कारण मौत | बाढ़ | भूस्खलन |
2018 | 20 | 0 | 42 |
वहीं, भूस्खलन से सबसे ज्यादा मौतें केरल में हुईं हैं. जिसमें 135 लोगों ने जान गंवाई हैं. दूसरे नंबर पर उत्तराखंड है. जहां पर 42 लोग भूस्खलन की चपेट में आए और उनकी मौत हो गई. जबकि, तीसरे नंबर पर उड़ीसा में 37 लोगों की मौत हुई है.
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अन्य कारणों से हुई मौतें
कारण | डूबने | करंट | गिरने से मौत | आगजनी | ट्रैफिक हादसे | सड़क हादसे | रेलवे हादसे |
मौत | 196 | 15 | 117 | 23 | 1106 | 1073 | 16 |
पुरुष- 856 | पुरुष- 831 | ||||||
महिला- 250 | महिला- 242 |
कारण | हार्ट अटैक | गर्भवती महिलाओं की मौत | शराब पीने से मौत | जानवरों के हमले | ओवरडोज ड्रग्स और नशा |
मौत | 102 | 2 | 0 | 24 | 6 |
पुरुष- 85 | |||||
महिला- 17 |
उत्तराखंड में अन्य कारणों से 1855 लोगों की मौत हुई है. जिसमें सबसे ज्यादा मौत ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के कारण हुईं है. जो काफी चौंकाने वाली है.
सड़क हादसे
साल | 2017 | 2018 | फीसदी |
मौत | 1580 | 1469 | -7% |