देहरादूनःउत्तराखंड में बीते एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक सब प्रभावित हैं. पहाड़ों में बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है, जबकि मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. बारिश के कारण पहाड़ों में कई रास्ते टूट चुके हैं तो मैदानी जिलों में जलभराव ने लोगों की समस्याओं को कई गुना बढ़ा दिया है. आसमान से बरस रही आफत के रूप में बारिश ने प्रदेश की 3 बॉर्डर रोड, 6 नेशनल हाईवे समेत कुल 297 सड़कें बंद कर दी है.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है, जिसमें अब तक 35 लाख 5 हजार 183 यात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. इन यात्रियों को दर्शन कराने के लिए चारधाम रूट पर अभी तक 3 लाख 88 हजार 682 वाहन की सेवा ली गई है. 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अभी तक 164 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में देखा जाए तो एक तरफ चारधाम यात्रा चल रही है तो दूसरी तरफ पिछले एक हफ्ते से हो रही बारिश ने शासन-प्रशासन की चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ा दी है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश भर में 3 बॉर्डर रोड, 6 नेशनल हाईवे सहित कुल 297 छोटे-बड़े मार्ग बाधित हैं.
उत्तरकाशी में 3 नेशनल हाईवे बंद: उत्तरकाशी जिले में 10 जुलाई की शाम 7:30 बजे भटवाड़ी के मनेरी थाना के अंतर्गत गंगनानी में 3 गाड़ियों के ऊपर से मलबा और बॉर्डर गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई थी. घटना में 7 लोग घायल हो गए थे, जिनका इलाज जारी है. उत्तरकाशी जिले में 3 नेशनल हाईवे (राना चट्टी में ऋषिकेश -यमुनोत्री NH-94, पकौड़ी नाला में ऋषिकेश-गंगोत्री NH-108 और जाजरगाड़ में विकासनगर-बड़कोट NH-123) बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा उत्तरकाशी में 2 स्टेट हाईवे और 26 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है.
रुद्रप्रयाग में बंद 26 सड़कें: रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हालांकि, दोनों ही नदी अपने खतरे के निशान से नीचे बह रही है. इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं, लेकिन 1 स्टेट हाईवे और 25 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
देहरादून में नेशनल हाईवे समेत 56 सड़कें अवरुद्ध: प्रदेश के अन्य जिलों की तरह देहरादून में भी लगातार भारी बारिश हो रही है. देहरादून जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो नेशनल हाईवे 707A पुस्ता टूटने की वजह से बंद है. इसके अलावा जिले में 6 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग, 48 ग्रामीण सड़कें बंद है.
टिहरी के नरेंद्र नगर में भारी बारिश: टिहरी जिले में बीते रोज सबसे ज्यादा नरेंद्र नगर क्षेत्र में 105 एमएम बारिश हुई. इसके अलावा जिले में मौजूद टिहरी डैम का जलस्तर 775.85 मीटर पहुंच चुका है. जबकि डेम का अधिकतर जलस्तर 830 मीटर है. टिहरी जिले में बंद सड़कों की अगर हम बात करें तो टिहरी में एनएच-58 तोता घाटी के पास मलबा आने से अवरुद्ध है. जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 5 राज्य मार्ग और 32 ग्रामीण मार्ग बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
हरिद्वार हुआ पानी-पानी: हरिद्वार जिले में भी लगातार कई जगहों पर बारिश हो रही है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार के निचले इलाकों में भारी जलभराव हुआ है. हरिद्वार तहसील में 17 जगहों पर, रुड़की में 14 जगहों पर, लक्सर में एक जगह पर और भगवानपुर में 4 जगहों पर जलभराव की समस्या देखी जा रही है. हरिद्वार में तकरीबन 35 जगहों पर भारी जलभराव हुआ है. हरिद्वार में गंगा नदी अपने खतरे के निशान से केवल 1 मीटर नीचे (293 मीटर) बह रही है. सड़कों की अगर बात करें तो हरिद्वार में 1 स्टेट हाईवे, 1 जिला हाईवे, 1 अन्य जिला मार्ग समेत 8 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है.
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