देहरादून:उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. देहरादून में भीमूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया. थाना बसंत विहार क्षेत्र में बारिश के चलते एक पेड़ सीधे गाड़ियों के ऊपर आ गिरा. जिसकी चपेट में आने से कार और बाइक क्षतिग्रस्त हो गए. इसके अलावा कॉम्प्लेक्स का एक हिस्सा भी ध्वस्त हो गया. गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई.
दरअसल, बुधवार को भारी बारिश के चलते बसंत विहार के वैभव चौक के पास एक पेड़ आ गिरा. जिससे पेड़ के नीचे खड़ी 2 कार और 4 बाइक दब गईं. साथ ही पास में स्थित एक कॉम्प्लेक्स भी क्षतिग्रस्त हो गया. बताया जा रहा है कि जिस वक्त पेड़ गिरा, उस वक्त मौके पर कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था. जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया.
कार और बाइक के ऊपर गिरा पेड़ ये भी पढ़ेंःबदहाल उत्तराखंड, बह गई सड़क... परेशानी दूर करने वाली ऑलवेदर रोड ने बढ़ाई मुश्किलें
वहीं, स्थानीय लोगों ने पेड़ गिरने की सूचना फायर ब्रिगेड को दी. फायर ब्रिगेड की टीम ने वुडन कटर से पेड़ को काट कर सड़क से हटाया. जिसके बाद आवाजाही सुचारू हो पाई. फायर मैन संदीप रावत ने बताया कि पेड़ गिरने की सूचना मिली थी. जिस पर टीम तत्काल मौके पर पहुंची और पेड़ को काट कर हटा दिया गया. पेड़ के गिरने से किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है.
तिब्बती मार्केट में जलभरावःवहीं, दूसरी ओर देहरादून नगर निगम के तमाम दावों की पोल खुल गई. भारी बारिश के चलते शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिला. तिब्बती मार्केट में जलभराव (Waterlogging in Tibetan Market) हो गया और सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं. इस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.
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नदियों में तब्दील हुई ऋषिकेश की सड़केंःऋषिकेश में बुधवार को झमाझम बारिश से शहर का मुख्य मार्ग जलमग्न हो गया. जलभराव के कारण शहर के बीचों बीच जाम लग गया. बारिश के दौरान ज्यादातर आंतरिक मार्गों पर जलभराव की समस्या देखने को मिली. खास बात यह है कि समस्या को लेकर जिम्मेदार महकमा नगर निगम प्रशासन अब भी लापरवाह बना हुआ है.
सहायक नगर आयुक्त बदरी प्रसाद भट्ट का कहना है कि एनएच पीडब्ल्यूडी का डोईवाला खंड शहर में नेशनल हाईवे के किनारे नाले का निर्माण करा रहा है. लेकिन राजमार्ग से होकर गुजरने वाले पानी की निकासी के लिए एनएच के अधिकारियों ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं. इस बाबत उन्हें पानी की निकासी को लेकर वैकल्पिक इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है. बावजूद, एनएच की अनदेखी के चलते ही यह समस्या पैदा हो रही है. फिर भी निगम इन परेशानियों को दूर करने में जुटा हुआ है.