देहरादून:उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल को एक महीने का समय पूरा हो गया है. पिछले महीने चार जुलाई को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अपने एक महीने के कार्यकाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कौन से बड़े फैसले लिए इसी पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट...
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सत्ता संभालते ही सबसे पहले 24 घंटे के अंदर ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया था. उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश को हटाकर उनकी जगह सुखबीर सिंह संधू को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया. इसके बाद शासन स्तर और प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल किया.
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प्रदेश को स्वास्थ्य मंत्री मिला: इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वो काम भी किया, जिसकी लंबे समय से मांग की जा रही थी. पूर्व की त्रिवेंद्र और तीरथ सरकार में किसी को भी स्वास्थ्य मंत्री नहीं बनाया गया था. दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्रियों ने स्वास्थ्य मंत्रालय अपने पास रखा था, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी कैबिनेट में अलग से स्वास्थ्य मंत्री बनाया. बीजेपी सरकार में साढ़े चार साल के बाद प्रदेश को धन सिंह रावत के तौर पर पहला स्वास्थ्य मंत्री मिला. इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक सिंह रावत को ऊर्जा मंत्री भी बनाया था.
युवाओं को लिए बड़ी सौगात: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक महीने के कार्यकाल में युवाओं के लिए कई बड़े फैसले लिए. इसमें सिविल सर्विसेज, एनडीए और सीडीएस की तैयारियों के लिए 50 हजार रुपए की सहायता राशि दिए जाने का फैसला है.
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वात्सल्य योजना को धरातल पर उतारा:इसके अलावा वात्सल्य योजना को धरातल पर उतारा गया है. वात्सल्य योजना के तहत कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद दी जाएगी.
भर्ती परीक्षा में एक साल की छूट: इसके साथ ही धामी सरकार ने सरकारी नौकारी की तैयारी कर रहे युवाओं को भर्ती परीक्षा में एक साल की छूट दी. दरअसल, कोरोना काल में कई भर्ती परीक्षाएं रद्द हो गए थी. इसकी वजह से कई युवाओं का नौकरी पाने का सपना टूट गया था, क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा हो गई थी. ऐसे युवाओं को धामी सरकार ने बड़ी राहत दी. उन्हें भर्ती परीक्षा के लिए उम्र में एक साल की छूट दी गई.