देहरादून: कोरोना काल में हर वर्ग, हर तबके की जिंदगी बदल गई. कोरोना वायरस की वजह से लोगों की दिनचर्या से लेकर आर्थिक स्थिति तक में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. वहीं, लॉकडाउन की वजह से कई लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं. इन सबके बीच देहरादून से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे पढ़ने के बाद आप भी शायद चौक जाएंगे.
आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे शख्स की जो लॉकडाउन से पहले नशे की लत की वजह से चोरी करने के जुर्म में सजा काट रहा था. लेकिन आप शायद यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि चोरी की सजा काटने वाला अर्चित इन दिनों वकालत की पढ़ाई कर रहा है. उसके अच्छे बर्ताव के चलते पुलिसकर्मी भी उसकी हर संभव मदद करने को तत्पर हैं. पुलिसकर्मी चाहते हैं कि वह सही से पढ़कर बड़ा वकील बने.
स्मैक का लती होकर मौसी के घर में कर दी चोरी
कोरोना महामारी के दौरान कोर्ट के आदेश के बाद करीब 700 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था, जिसमें से एक कैदी अर्चित शर्मा भी था. दरअसल 12वीं पास अर्चित देहरादून में अपनी मौसी के घर रहता था. पिछले कुछ समय से वह स्मैक के नशे का आदी हो गया था. नशे के लिए पैसे नहीं मिले तो उसने मौसी के घर में ही चोरी की. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो अर्चित पकड़ में आ गया. अदालत से उसे एक साल कैद की सजा सुनाई. वहीं, करीब 700 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया और सभी कैदी अपने घर चले गये, लेकिन अर्चित को घरवालों ने घर आने से मना कर दिया.