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डेंगू से 9 साल की बच्ची की मौत, परिजनों ने हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लगाया आरोप - 9 year old girl dies Dehradun Private Hospital

देहरादून के महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में दीपावली के दिन 9 साल की डेंगू पीड़ित बच्ची की मौत हो गई है. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है.

dehradun dengue patient death
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Published : Nov 6, 2021, 9:57 PM IST

Updated : Nov 6, 2021, 10:49 PM IST

देहरादून:दीपावली के दिन देहरादून के पटेलनगर स्थित महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में डेंगू पीड़ित 9 साल की बच्ची अवनी की मौत हो गई. पीड़ित परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. बच्ची सहारनपुर की रहने वाली थी. बच्ची के ताऊ ने प्लेटेस्ट कम होने पर 3 तारीख को अस्पताल में भर्ती कराया था.

सहारनपुर के नागल अहीर गांव निवासी किसान रविंद्र कुमार की 9 वर्षीय बेटी अवनी यादव को डेंगू की पुष्टि होने के बाद 3 तारीख को महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. बच्चे के पिता रविंद्र कुमार खुद डेंगू से पीड़ित हैं. ऐसे में अवनी के ताऊ भूपेंद्र कुमार ने अस्पताल में भर्ती करवा दिया. दीपावली के दिन अवनी के परिजनों को बताया गया कि उसकी प्लेटलेट्स बहुत कम हैं, इसलिए प्लेटलेट्स का इंतजाम करें.

परिजनों का आरोप है कि महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में ब्लड बैंक होने के बाद भी बच्ची को ब्लड नहीं दिया गया. उनको बाहर से ब्लड देने के लिए कहा गया. डोनर का इंतजाम करने में परिजनों को 7 से 8 घंटे लग गए. हालांकि, काफी भागदौड़ के बाद परिजनों को डोनर भी मिल गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आखिरकार बच्ची ने दम तोड़ दिया.

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अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों को नकारा:महंत इंद्रेश हॉस्पिटल के पीआरओ भूपेंद्र रतूड़ी का कहना है कि अगर परिजनों को ट्रीटमेंट को लेकर कोई शिकायत है, तो वह मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बच्ची के ट्रीटमेंट में कोई कोताही नहीं बरती गई है.

उन्होंने बताया कि अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा है और जो भी ब्लड बैंक में रिक्वायरमेंट आती है, तो उसे तत्काल ही उपलब्ध करा दिया जाता है. अगर ब्लड उपलब्ध नहीं है, तो ऐसी सूरत में समान ग्रुप के डोनर की रिक्वेस्ट की जाती है.

इस मामले में देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से बात की जाएगी और यह चेतावनी भी दी जाएगी कि इस तरह की लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो.

Last Updated : Nov 6, 2021, 10:49 PM IST

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