मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की रफ्तार धीमी, अब तक महज 86 लोगों को मिला लोन
प्रवासियों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने व स्वरोजगार से जोड़ने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना फिसड्डी नजर आ रही है. इस योजना के जरिये अभी तक महज 87 लोगों को ही लोन मिल पाया है.
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना
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Published : Sep 16, 2020, 6:50 PM IST
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Updated : Sep 16, 2020, 10:30 PM IST
देहरादूनः कोरोना संकटकाल में युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत की गई है, लेकिन इस योजना के तहत गिने-चुने युवाओं को ही बैंक से लोन मिल पा रहा है. ऐसे में प्रवासी युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई ये योजना फिसड्डी साबित होती हो रही है.
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत महज 86 लोगों को मिला लोन.
उद्योग निदेशक सुधीर नौटियाल ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के जरिए खुद का स्वरोजगार शुरू करने वाले इच्छुक युवाओं की संख्या बढ़ रही है. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी की ओर से 3,539 प्रोजेक्ट्स की सूची बैंक को भेजी गई है. जिसमें से अब तक 1,226 प्रोजेक्ट्स के लिए लोन सैंक्शन हो चुका है. वहीं, महज 86 लोगों को ही लोन मिल पाया है. जिसके तहत बैंको की ओर से 2 करोड़ 74 लाख रुपये के लोन की अदायगी की गई है.
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बैंकों को भेजी गई प्रोजेक्ट की सूची-
जिला
बैंक को भेजे प्रोजेक्ट
लोन सैंक्शन
अदायगी
अल्मोड़ा
195
32
02
बागेश्वर
271
86
09
चंपावत
222
95
09
चमोली
217
112
10
देहरादून
284
61
06
हरिद्वार
176
23
00
नैनीताल
327
68
08
पौड़ी
282
64
07
पिथौरागढ़
222
55
10
रुद्रप्रयाग
163
84
05
टिहरी
295
146
03
उधमसिंह नगर
236
51
04
उत्तरकाशी
649
280
13
कुल
3539
1226
86
बहरहाल, इन आंकड़ों पर गौर करें तो मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की रफ्तार काफी धीमी है. काफी कम युवाओं को ही अभी तक लाभ मिल पा रहा है. जहां एक ओर जिला प्रशासन की ओर से 3539 प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स को बैंकों को लोन सैंक्शन करने के लिए भेजा जा चुका है. वहीं, इसमें से महज 1226 प्रोजेक्ट के लिए ही लोन सैंक्शन हो सका है. जिसमें से भी अब तक महज 86 प्रोजेक्ट के लिए ही लोन की अदायगी हो पाई है.