देहरादूनः उत्तराखंड में नशे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. देहरादून जिले की बात करें तो अगस्त महीने में 71 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है. नशा तस्करी को रोकने के लिए एंटी ड्रग टास्क फोर्स गठित की गई है. इसी कड़ी में एसपी क्राइम प्रकाश चंद्र ने एंटी ड्रग टास्क फोर्स में नियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली. साथ ही उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
एसपी क्राइम प्रकाश चंद्र ने बैठक में जिले में नशा के कारोबार पर रोक लगाने के लिए तस्करों और बेचकर चल-अचल संपत्ति अर्जित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. साथ ही ऐसे अपराधियों की सूची तैयार करने को कहा जो पिछले 10 सालों में नशा तस्करी में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. उनका भौतिक सत्यापन कर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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वहीं, एसपी क्राइम ने थाना स्तर पर स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थाओं पर समय-समय पर नशे के खिलाफ जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने को कहा. इसके अलावा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, ट्विटर आदि के माध्यम से मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों और नशा उन्मूलन के लिए प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.
एसपी क्राइम प्रकाश चंद्र ने थाना क्षेत्रों में संचालित नशा मुक्ति केंद्र की सूची तैयार कर भौतिक सत्यापन करने और थाना क्षेत्रों में चलने वाले हुक्का बार, पब और स्नूकर की समय-समय पर चेकिंग करने के निर्देश दिए. दुकान, मेडिकल स्टोर, इंजेक्शन कैप्सूल आदि अवैध रूप से बेचने वालों को चिन्हित कर जिला औषधि निरीक्षक से समन्वय स्थापित कर छापेमारी करने को भी कहा.
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वहीं, एसपी क्राइम प्रकाश चंद्र ने बताया कि अगस्त महीने में देहरादून जिले में एनडीपीएस एक्ट के 64 मुकदमे पंजीकृत किए गए. जिसके तहत 71 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनके पास से 2.115 किग्रा. चरस, 407.47 ग्राम स्मैक, 4500 नशीली गोलियां, 148 नशे के इंजेक्शन, 280 नशीले कैप्सूल, 42.655 किग्रा गांजा और 111 ग्राम हेरोईन बरामद किया गया.