देहरादून: साल 2013 में केदार घाटी में आई भीषण आपदा के बाद चल रहे पुनर्निर्माण काम का जायजा लेने और इस कार्य में जुटे लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए 11 फरवरी 2020 को उत्तराखंड मूल की 51 हस्तियां केदारनाथ धाम में जुटेंगी. इसका नेतृत्व प्रधानमंत्री के सचिव भास्कर खुल्बे करेंगे. ये दल केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपेगा. हालांकि, केदारनाथ धाम के कपाट 29 अक्टूबर को बंद हो रहे हैं. ऐसे में उम्मीद है कि कपाट बंद होने से पहले प्रधानमंत्री केदारनाथ आ सकते हैं.
11 फरवरी को 51 सदस्यीय दल पहुंचेगा केदारनाथ. केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने 11 फरवरी को आ रहे दल को देखते हुए शासन स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं. इस संबंध में प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने तैयारी को लेकर बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव ने केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की स्थिति पर बात की.
गौर हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया था. 2013 की आपदा में मारे गए लोगों की स्मृति में रामबाग में पौधरोपण भी करने का काम किया जाएगा.
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केदारनाथ में किए गए पुनर्निर्माण कार्य की स्थिति
मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के संगम से मंदिर की दूरी 270 मीटर है, जिस वजह से केदारनाथ मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए मार्ग को चौड़ाकर 50 फीट किया गया है. मंदिर का क्षेत्रफल 1,500 वर्गमीटर से बढ़ाकर 4,125 मीटर किया गया है. वहीं, सरस्वती नदी पर 470 मीटर और मंदाकिनी नदी पर 380 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार का कार्य निर्माण चल रहा है. इसके साथ ही 73 तीर्थ पुरोहितों के लिए पुरोहित आवास, आदिगुरु शंकराचार्य कुटीर और संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है. पुनर्निर्माण कार्यों में 35 किलोमीटर गरुड़चट्टी पैदल मार्ग, गौरीकुंड से लिनचोली होते हुए केदारनाथ मार्ग का चौड़ीकरण तथा सुधार कार्य, भू-स्खलन से बचाव के लिए सुरक्षा दीवार और ड्रेनेज सहित तमाम पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं.
केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने आ रहे 51 सदस्यीय दल में सचिव प्रधानमंत्री भाष्कर खुल्वे, महानिदेशक कोस्ट गार्ड राजेन्द्र सिंह, एमडी एयर इंडिया प्रदीप खरोला, संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय आलोक डिमरी, सीईओ ब्रह्मोस सुधीर मिश्रा, फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर सहित प्रशासन, इंजीनियरिंग, जियोलॉजी, विज्ञान, पर्यावरण से जुड़े लोग भी शामिल होंगे.