डोईवाला नगर पालिका बनी ट्रांसफर केंद्र, 10 महीने में 4 अधिशासी अधिकारियों का तबादला - Continuous transfer in Doiwala Municipality
डोईवाला नगर पालिका अधिकारियों का ट्रांसफर केंद्र बन कर रह गया है. पिछले 10 महीने में अबतक 4 अधिशासी अधिकारियों का यहां से तबादला हो चुका है. जिसको लेकर सभासदों में नाराजगी है. सभासदों का कहना है कि लगातार हो रहे तबादले से क्षेत्र के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
डोईवाला नगर पालिका बना ट्रांसफर केंद्र
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Published : May 27, 2022, 7:42 PM IST
डोईवाला: नगर पालिका डोईवाला को अगर ट्रांसफर वाली नगर पालिका कहे तो शायद गलत नहीं होगा. इसकी मुख्य वजह है कि यहां 10 महीने के अंदर 4 अधिशासी अधिकारियों को बदला गया है. वहीं, लगातार हो रहे ईओ ट्रांसफर को लेकर सभासद नाराज है. उनका कहना है कि क्षेत्र के विकास कार्य इसकी वजह से प्रभावित हो रहे हैं.
2018 में डोईवाला नगर पंचायत का पालिका के रूप में विस्तार हुआ. 7 वार्डों वाली पंचायत में 20 वार्ड बनें, लेकिन पिछले एक साल से डोईवाला नगर पालिका में अधिशासी अधिकारियों के लगातार ट्रांसफर हो रहे हैं.
18 मई 2017 को विजय पीएस चौहान लंबे समय तक रहे. 26 जुलाई 2021 को विजय पीएस चौहान के ट्रांसफर के बाद एमएल शाह ने पदभार संभाला, लेकिन 5 महीने में उनका ट्रांसफर हो गया. उनकी जगह यूडी तिवारी आए, उनका ट्रांसफर एक महीने के अंदर हो गया.
फिर यूडी तिवारी की जगह बद्री प्रसाद भट्ट आए और उनका ट्रांसफर भी 4 महीने के भीतर हो गया. एक साल के अंदर 4 ईओ के ट्रांसफर होने से सभासदों में भारी नाराजगी है. सभासदों का कहना है कि लगातार ट्रांसफर होने से क्षेत्र का विकास प्रभावित हो रहा है.
सभासद गौरव मल्होत्रा ने बताया कि नगर पालिका के कई बड़े प्रोजेक्ट गतिमान है, लेकिन डोईवाला पालिका में लगातार ट्रांसफर से सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. उनका कहना है कि डोईवाला नगर पालिका को स्थाई ईओ की जरूरत है. वही, कई सभासदों ने भी ईओ के लगातार ट्रांसफर को लेकर अपनी नाराजगी जताई है.
वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि सागर मनवाल ने कहा डोईवाला नगर पालिका में जल्दी-जल्दी ट्रांसफर से क्षेत्र के कार्य नहीं हो पा रहे हैं. जब तक अधिकारी क्षेत्र की समस्याओं को समझते हैं, तब तक अधिकारी का ट्रांसफर हो जाता है. उन्होंने कहा जल्दी ट्रांसफर से करोड़ों के काम प्रभावित हो रहे हैं.