देहरादूनःदेश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के मतदान हो गए हैं. 10 मार्च नतीजों का दिन है. उत्तर प्रदेश में 7 मार्च को आखिरी चरण का मतदान होना है. उत्तराखंड में मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग की तैयारी पूरी हो चुकी है. इस सब के बीच उत्तराखंड की एसडीसी फाउंडेशन की रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 से 2022 के बीच उत्तराखंड में करीब 30 प्रतिशत मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है. जबकि उत्तराखंड की अपेक्षा पंजाब और उत्तर प्रदेश से मुकाबले यह प्रतिशत कम है. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक सबसे कम बढ़ोतरी इन पांच राज्यों में से गोवा राज्य में हुई है. गोवा में सबसे कम 13 प्रतिशत मतदाताओं की संख्या बढ़ी है.
एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि उनकी संस्था ने विधानसभा 2022 को लेकर अपनी 8वीं और अंतिम रिपोर्ट 'डिकेडल इलेक्ट्रोल ग्रोथ एंड डेमोग्राफिक चेंजेज 2012-2022 जारी किया है. जिसमे वर्तमान में देश के पांच चुनावी राज्यों के मतदाता संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण किया गया. इस विश्लेषण में यह तथ्य चौंकाने लायक हैं. उत्तराखंड में 2012 और 2022 के बीच 30 प्रतिशत मतदाताओं की संख्या बढ़ी है. वहीं पंजाब में यह बढ़ोत्तरी 10 वर्षों में 21 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 19 प्रतिशत, मणिपुर में 14 प्रतिशत, और गोवा में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
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10 साल में 30 फीसदी बढ़े मतदाता: निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार साल 2002 में प्रदेश में तकरीबन 52 लाख मतदाता थे. 2012 में मतदाताओं की संख्या बढ़कर तकरीबन 63 लाख हो गई थी. अब 2022 में मतदाताओं की संख्या 83 लाख के करीब है. इस वृद्धि को अगर हम प्रतिशत में देखें तो साल 2002 से लेकर 2012 तक मतदाताओं की संख्या में 21 फीसदी इजाफा हुआ था, लेकिन 2012 के बाद से साल 2022 तक के आकड़ों को देखें तो प्रदेश में तकरीबन 30 फीसदी मतदाताओं की संख्या बढ़ी है.
उत्तराखंड में मतदाताओं की संख्या बड़ी. मतदाताओं के प्रतिशत में यूपी से भी ज्यादा बढ़ोत्तरी: सबसे खास बात यह है कि उत्तराखंड में मतदाताओं में वृद्धि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से भी कहीं ज्यादा है. उत्तर प्रदेश में पिछले एक दशक में मतदाताओं में तकरीबन 18 फीसदी ही वृद्धि हुई है. एसडीसी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल के अनुसार उनकी संस्था पिछली बार के चुनाव नतीजों का अलग-अलग एंगल से विश्लेषण कर रही है.
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अनूप नौटियाल ने बताया कि 2022 के उत्तराखंड की वोटिंग सूची में दर्ज 82.66 लाख वोटर और 15 से 18 आयु वर्ग के 6.28 लाख कोविड टीकाकरण के लाभार्थियों की संख्या दी गई है. उस आधार पर उतराखंड की अनुमानित जनसंख्या 1.35 करोड़ से ज्यादा है. पिछले 10 वर्ष में राज्य की जनसख्या में 35 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है. नौटियाल ने इस पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि यह छोटे पहाड़ी राज्य के लिए चिंता के संकेत हैं. क्योंकि यह आंकड़े मैदानी इलाकों में ज्यादा हैं. अनूप नौटियाल ने कहा कि शायद कोई सुनियोजित तरीके से उत्तराखंड में लोगों को बसा रहा है. जिसकी जांच होनी चाहिए.