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विलयीकरण को लेकर 22 बैंकों के 3 हजार कर्मचारी हड़ताल पर, बैंकों के अस्तित्व पर बताया खतरा - बैंक के अस्तित्व को बताया खतरा

ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉइज एसोसिएशन और बैंक इम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेतृत्व में उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि केंद्र की नीतियों के कारण आने वाले समय में बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.

22 बैंकों के 3 हजार कर्मचारी करेंगे हड़ताल.

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Published : Oct 22, 2019, 12:21 PM IST

Updated : Oct 22, 2019, 3:23 PM IST

देहरादून: बीते सोमवार को राजधानी के अनेकांत पैलेस स्थित केनरा बैंक के सामने कर्मचारियों ने विलयीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद आज 22 बैंकों के 3000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बैंक कर्मियों ने मेगा मर्जर, जनविरोधी बैंकिंग, सुधार ग्राहकों से सेवा शुल्क में बढ़ोत्तरी के खिलाफ और बैंकों में समुचित भर्ती जमा राशियों की ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था. बैंक कर्मचारियों ने एकदिवसीय हड़ताल कर मंगलवार को केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, उत्तरांचल बैंक एंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले समय में कई बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. साथ ही बैंकों में रोजगार बिल्कुल खत्म हो जाएगा और अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.

22 बैंकों के 3 हजार कर्मचारी करेंगे हड़ताल.

बीते सोमवार को राजधानी में हड़ताल का आह्वान करते हुए ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉइज एसोसिएशन और बैंक इम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेतृत्व में उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि केंद्र की नीतियों के कारण आने वाले समय में बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. इसके अलावा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार यानी आज होने जा रही हड़ताल को लेकर सभी ट्रेड यूनियनों का उन्हें समर्थन प्राप्त है, जिसमें एआईटीयूसी, सीटू, एचएमएस सेवा आदि शामिल हैं.

यूनियन के पदाधिकारियों ने सभी संगठनों से आह्वान करते हुए बताया कि आने वाली लड़ाई सभी बैंक कर्मियों के भविष्य को सुनिश्चित करेगी. मेगा मर्जर के बाद 10 बैंकों के चार बैंक बनने से हजारों की संख्या में शाखाएं एटीएम बंद होंगे. कर्मचारियों को नौकरी से त्यागपत्र देने के लिए उत्पीड़न कर मजबूर किया जाएगा. इससे सभी बैंक में प्रमोशन लगभग बंद हो जाएंगे.

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यूनियन के पदाधिकारियों ने एश्ले हॉल स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सामने एकत्रित होकर बैंकों के विलय का विरोध करने का आह्वान किया. दरअसल, 22 बैंकों के 3000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिसमें नैनीताल बैंक फेडरल बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं.

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष जगमोहन मेंदीरत्ता ने बताया कि सरकार के हाल के फैसले जैसे 10 बैंकों को मिलाकर चार बैंकों को मर्ज कर दिया गया. उससे पहले भी बड़ौदा बैंक, देना बैंक और विजया बैंक को मर्ज किया गया था. सरकार का उद्देश्य बड़ा बैंक बनाकर बड़े बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का है. वहीं, हमारी मांग है कि बैंकों को मर्ज नहीं बल्कि अधिक बैंकों की शाखाएं खोलने चाहिए. जहां पर बैंकिंग नहीं है, वहां पर इनका विस्तार होना चाहिए. इसके विपरीत बैंकों के मर्जर के कारण 6000 शाखाएं बंद हो चुकी है और 10 हजार कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं. अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो आने वाले समय में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.

Last Updated : Oct 22, 2019, 3:23 PM IST

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