देहरादून: बीते सोमवार को राजधानी के अनेकांत पैलेस स्थित केनरा बैंक के सामने कर्मचारियों ने विलयीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद आज 22 बैंकों के 3000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बैंक कर्मियों ने मेगा मर्जर, जनविरोधी बैंकिंग, सुधार ग्राहकों से सेवा शुल्क में बढ़ोत्तरी के खिलाफ और बैंकों में समुचित भर्ती जमा राशियों की ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था. बैंक कर्मचारियों ने एकदिवसीय हड़ताल कर मंगलवार को केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, उत्तरांचल बैंक एंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि आने वाले समय में कई बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. साथ ही बैंकों में रोजगार बिल्कुल खत्म हो जाएगा और अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.
बीते सोमवार को राजधानी में हड़ताल का आह्वान करते हुए ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉइज एसोसिएशन और बैंक इम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेतृत्व में उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि केंद्र की नीतियों के कारण आने वाले समय में बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. इसके अलावा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि मंगलवार यानी आज होने जा रही हड़ताल को लेकर सभी ट्रेड यूनियनों का उन्हें समर्थन प्राप्त है, जिसमें एआईटीयूसी, सीटू, एचएमएस सेवा आदि शामिल हैं.
यूनियन के पदाधिकारियों ने सभी संगठनों से आह्वान करते हुए बताया कि आने वाली लड़ाई सभी बैंक कर्मियों के भविष्य को सुनिश्चित करेगी. मेगा मर्जर के बाद 10 बैंकों के चार बैंक बनने से हजारों की संख्या में शाखाएं एटीएम बंद होंगे. कर्मचारियों को नौकरी से त्यागपत्र देने के लिए उत्पीड़न कर मजबूर किया जाएगा. इससे सभी बैंक में प्रमोशन लगभग बंद हो जाएंगे.