देहरादून:कोरोना वायरस के खिलाफ देशव्यापी जागरूकता अभियान में पंचायत प्रतिनिधियों की और अहम भूमिका हो सकती है. इसी को लेकर राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायत प्रतिनिधियों से बात की तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रतिनिधियों को वीडियो संदेश भेजकर आभार जताया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक वीडियो संदेश के जरिए पंचायत प्रतिनिधियों को उनके राष्ट्र के प्रति योगदान और कोरोना वायरस के संकट में सहयोग के लिए आभार जताया है. यही नहीं, आने वाले समय में भी पंचायत प्रतिनिधियों के लॉकडाउन के दौरान लोगों को जागरूक करने और तमाम दूसरे सहयोग की अपेक्षा भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की है.
राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर मुख्यमंत्री का संदेश. यह भी पढ़ें-श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में हो सकेगा कोरोना टेस्ट, अनुमति का इंतजार
राष्ट्रीय पंचायत दिवस पंचायतों के सुदृढ़ीकरण और उनकी अहम भूमिका को याद दिलाता है, लेकिन इस बार यह दिन कोरोना वायरस के संक्रमण पर पंचायत प्रतिनिधियों के अहम योगदान को लेकर खास है. यूं तो देश भर में तमाम पंचायतों के स्तर पर कोरोना वायरस की जंग को जीतने के लिए भूमिका अदा की जा रही है, लेकिन इस खास दिन पर प्रतिनिधियों के योगदान को और भी बढ़ाए जाने का प्रयास किया जाएगा.
गौर हो कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्रालय की और से प्रदेश की 3 पंचायतों को इस बार पुरस्कार मिले हैं. हर वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत दिवस के मौके पर ये पुरस्कार पंचायत प्रतिनिधियों को दिए जाते हैं. इन पुरस्कारों की घोषणा आज की जाएगी, लेकिन राज्यों को पुरस्कार हासिल करने वाली पंचायतों के नाम बता दिए गए हैं.
पुरस्कार पाने वाली पंचायतें:
- हरिद्वार बहादराबाद की खेड़ली ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय ग्राम गौरव पुरस्कार मिला है. यह पुरस्कार ग्राम पंचायत क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए बेहतर काम करने पर राज्य स्तर पर दिया जाता है. इसकी सम्मान राशि है 10 लाख.
- देहरादून विकासनगर की केदारवाला ग्राम पंचायत को ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत पुरस्कार. ग्राम पंचायत विकास योजना को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए देश की तीन श्रेष्ठ पंचायतों को दिया जाता है. इसकी सम्मान राशि 5 लाख.
- नैनीताल, कोटाबाग, बेलपड़ाव को बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार. ग्राम पंचायत के स्तर पर बच्चों के विकास के लिए बेहतरीन वातावरण तैयार करने के लिए राज्य के स्तर पर दिया जाता है. इसकी सम्मान राशि 5 लाख.
- दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार. इस पुरस्कार की अभी घोषणा नहीं हुई है.