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पुलिस ने 72 घंटे में ही कर दिया चेन लूट का खुलासा, 3 बदमाश गिरफ्तार - Doiwala crime news

डोईवाला पुलिस ने चेन लूट का खुलासा करते हुए 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है.

3 crooks arrested in chain robbery incident in Doiwala
पुलिस ने 72 घंटों में किया चेन लूट का खुलासा

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Published : Feb 12, 2021, 7:02 PM IST

डोईवाला:पुलिस ने 72 घंटे के अंदर चेन लूट में फरार तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस, एक कट्टे के साथ लूटी हुई चेन भी बरामद हुई है. ये बदमाश 8 फरवरी को डोईवाला चौक पर व्यापारी के गले से चेन लूटकर फरार हो गए थे.

बता दें डोईवाला में व्यापारी से चेन लूट की घटना के बाद से ही पुलिस ने क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया था, मगर फिर भी बदमाशों का कुछ पता नहीं लग पाया. घटना के बाद पुलिस ने इसके लिए टीम गठित की. जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये. जिसमें दो लड़के रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुये दिखाई दिए. बाद में ये गायब हो गए. आसपास के कैमरों की मदद ली गई जिसमें दो लड़के सफेद रंग की स्कूटी से भागते हुए दिखाई दिए.

खोजबीन और मुखबिर की मदद से तीन बदमाशों को टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया. यह बदमाश लूटी हुई चेन को बेचने के लिए देहरादून जा रहे थे.
बदमाशों की जानकारी

  • साकेत कुमार पुत्र सुनील कुमार निवासी रेलवे कॉलोनी लक्खीबाग देहरादून.
  • खगेन्द्र बजगई उर्फ राजू पुत्र मोतीराम निवासी विलेपार्ले मुंबई महाराष्ट्र उम्र 24 साल.
  • रंजन कुमार यादव पुत्र रामस्वरूप यादव नेहरू नगर विलेपार्ले मुंबई महाराष्ट्र उम्र 24 साल.

पुलिस के अनुसार बदमाशों के पास से एक पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस, एक कट्टे के साथ लूटी हुई चेन भी बरामद हुई है. सीओ सदर अनुज कुमार ने बताया कि ये शातिर किस्म के अपराधी हैं. जुर्म करने के बाद पुलिस को चकमा देने के लिए कई जगह से घूम कर देहरादून की ओर फरार हो गए थे. पूछताछ में अभियुक्त साकेत कुमार ने बताया कि वह ऑनलाइन शॉपिंग फ्लिपकार्ट, जोमैटो की होम डिलीवरी का काम डोईवाला के भानिया वाला क्षेत्र में करता था. वह पत्नी के साथ किराए के मकान में रहता था. पत्नी की डिलीवरी होने के कारण वह देहरादून रेलवे कालोनी में रहने लगा.

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अक्टूबर माह में नौकरी की तलाश में मुंबई गया. वहां उसकी मुलाकात रंजन यादव से हुई. नौकरी ना मिलने के कारण वापस देहरादून आ गया. आर्थिक तंगी के कारण फिर 30 जनवरी 2021 को मुंबई रंजन यादव के पास गया. वह अपने दोस्त खगेन्द्र उर्फ राजू को भी साथ में ले गया. दोनों ही बेरोजगार थे. उन्हें काम दिलाने के नाम पर रंजन उन्हें बिहार ले गया. 2 दिन बिहार में रहने के बाद रंजन ने अपने दोस्त से एक पिस्टल और एक कट्टा मंगवाया. जिसके बाद देहरादून में लूट और चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए वे जगह तलाशने लगे.

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अभियुक्त ने बताया कि 8 फरवरी को तीनों एक स्कूटी लेकर डोईवाला पहुंचे. डोईवाला चौक में उन्हें एक बूढ़ा आदमी दिखाई दिया. जिसके गले में सोने की चेन थी. जिसे उन्होंने छीन लिया. घटना को अंजाम देने के बाद लच्छीवाला के पास पहुंचे. जहां उन्होंने शराब पी.

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