देहरादून: उत्तराखंड में बीते 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारी बारिश से हुआ नुकसान धीरे-धीरे सामने आ रहा है. आपदा में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. वहीं, प्रदेश में आज भी 272 सड़कें अवरुद्ध हैं.
आपदा से हुए नुकसान से उबारने के लिए शासन-प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. साथ ही प्रभावितों की समस्याओं से अवगत हो रहे हैं. वहीं, जैसे-जैसे राहत और बचाव कार्य पूरे हो रहे हैं. वैसे-वैसे प्रदेश को हुए नुकसान की वास्तविक तस्वीरें सामने आ रही हैं.
प्रदेश को 5000 करोड़ का नुकसान हुआ है. आसमान से टूटे कहर के बाद प्रदेश में किस तरह के हालात हैं, इसका आपदा प्रबंधन के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं.
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नैनीताल: जिले में अब तक आपदा के चलते 35 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं, 5 व्यक्ति घायल हैं. जिले में 74 भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मोटर मार्ग और 36 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
अल्मोड़ा: जिले में आपदा से अब तक 6 लोगों की मौत हुई है. 2 व्यक्ति घायल है और 40 भवनों को नुकसान पहुंचा है. सड़कों की बात करें तो जिले में 1 राज्य मार्ग और 12 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है, जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
चंपावत: जिले में दैवीय आपदा के चलते 11 लोगों की मौत हुई है. 4 लोग घायल हुए हैं. वहीं 2 आवासीय भवनों को नुकसान हुआ है. चंपावत में सड़कों की बात करें तो टनकपुर चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 9 स्वाला और भारतोलि के पास लैंडस्लाइड की वजह से अवरुद्ध है. इसके अलावा जिले में 4 राज्य मार्ग और 88 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.
उधम सिंह नगर: जनपद में दैवीय आपदा के चलते दो लोगों की मौत हुई है और 3 व्यक्ति घायल हुए हैं. वहीं, पशु हानि के साथ-साथ 93 आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा जिले में एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है.