ऋषिकेश: एनजीटी के आदेश पर शनिवार को नगर निगम ने चंद्रभागा नदी के किनारे अवैध रूप से बसी 261 झोपड़ियों को जेसीबी के माध्यम से तोड़कर हटा दिया है. इससे पहले कई बार निगम ने लोगों को झोपड़ियों को खाली करने को कहा था. आदेश नहीं मानने पर निगम ने ये कार्रवाई की.
बता दें कि एक व्यक्ति के द्वारा चंद्रभागा नदी के किनारे बसी अवैध बस्ती को लेकर एनजीटी से शिकायत की गई थी. जिस पर एक्शन लेते हुए एनजीटी द्वारा 11 जुलाई को नगर निगम के लिए एक पत्र जारी किया गया था. जिसमें 24 जुलाई तक चंद्रभागा नदी के किनारे बसे सभी लोगों की सुनवाई करने के बाद रिपोर्ट प्रेषित करने के आदेश दिए गए थे. जिस पर नगर निगम ने बस्ती में रहने वालों की सूची बनाकर सभी को नोटिस जारी किया.
एनजीटी के आदेश पर चंद्रभागा नदी के किनारे से हटाया गया अतिक्रमण. जिसमें 24 जुलाई को नगर निगम के समक्ष सभी बस्तीवासियों को अपने दस्तावेज दिखाने के लिए समय निर्धारित किया गया था. लेकिन कोई भी कब्जाधारी अपने दस्तावेज नहीं दिखा पाया. जिसके बाद नगर निगम ने 8 अगस्त को चन्द्रभागा बस्ती को खाली करने के आदेश जारी किया. साथ ही बस्ती में रहने वाले लोगों को 1 माह का समय दिया, लेकिन बस्ती खाली नहीं करने पर शनिवार को निगम की टीम ने सभी झोपड़ियों को जेसीबी से तोड़कर हटा दिया.
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मुख्य नगर आयुक्त चतर सिंह चौहान ने बताया कि चंद्रभागा नदी में अवैध रूप से बसी बस्ती को एनजीटी के द्वारा खाली करने का आदेश जारी हुआ था. जिसके चलते निगम ने 261 झोपड़ियों को चिह्नित किया था. जिसपर सुनवाई करने के बाद बस्ती को खाली करने के लिए एक माह का समय दिया गया था. एक माह बीत जाने के बाद यह अतिक्रमण हटाया गया है.