देहरादून: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से हो रही बरसात के बाद अब थोड़ा बारिश हल्की हुई है. इसके बाद प्रदेश में बंद 400 बंद सड़कों की संख्या अब घटकर 195 रह गई है. मानसून सीजन में अब तक 38 लोगों की मौत हुई है. 29 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 38 लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत हुई है.
हरिद्वार में 3756 परिवार प्रभावित:हरिद्वार जिले की चार तहसीलें लक्सर, हरिद्वार, रुड़की, भगवानपुर में हुए जलभराव से 71 गांव प्रभावित हैं. जिससे 3756 परिवार प्रभावित हुए हैं. इस दौरान 5 लोगों की मौत हुई है. SDRF, NDRF लगातार राहत कार्य में लगी है. इसके अलावा हरिद्वार में 1 राज्य मार्ग, 1 अन्य जिला मार्ग, 13 ग्रामीण मार्ग और 9 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं. अब हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ चुका है.
बारिश के बाद बढ़ी भूस्खलन की घटनाएं उत्तरकाशी जिले में 17 सड़कें बंद: उत्तरकाशी जिले में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की रफ्तार में कमी आई है. इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में 2 राज्य मार्ग और 15 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध हैं जिन्हें खोलने का काम जारी है.
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रुद्रप्रयाग में बंद हैं 19 सड़कें:पहाड़ों पर लगातार पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की रफ्तार अब धीमी हुई है. रुद्रप्रयाग जिले में 2 राज्य मार्ग और 17 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कोशिशें की जा रही हैं.
देहरादून जिले में 39 सड़कें अवरुद्ध: देहरादून जिले में 5 राज्य मार्ग, 1 मुख्य जिला मार्ग और 33 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. टिहरी में 7 सड़कें बंद हैं. जिसमें 1 स्टेट हाईवे 6 ग्रामीण मार्ग शामिल है. जिन्हें खोलने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं.
सड़क दुर्घटना में 38 मौतें पढ़ें- उत्तराखंड में जल प्रलय! अभीतक 12 लोगों की मौत, गंगोत्री हाईवे पर 3 हजार से ज्यादा लोग फंसे पौड़ी जिले की नयार नदी में 2 लड़कियों के बहने की सूचना है. एसडीआरएफ ने दोनों लड़कियों के शवों को बरामद कर लिया है. वहीं इसके अलावा पौड़ी में अगर सड़कों के स्टेटस की अगर हम बात करें तो पौड़ी में 1 स्टेट हाईवे और 36 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. चमोली जिले में जोशीमठ मलारी बॉर्डर रोड जुम्मा वाशआउट की वजह से बंद है. वहीं इसके अलावा 2 स्टेट हाईवे, 2 डिस्ट्रिक्ट हाईवे और 1 अन्य जिला मार्ग सहित 28 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने का काम जारी है.
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उधम सिंह नगर में उफान पर नदियां:उधम सिंह नगर की खटीमा तहसील के प्रवीन नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नौसर गांव के 7 परिवारों के 19 लोगों को विस्थापित किया गया है. वहीं इसके अलावा काशीपुर तहसील के अंतर्गत अत्यधिक वर्षा और जलभराव की वजह से 50 परिवारों के 118 लोगों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है.
सड़क दुर्घटना में 38 मौतें बागेश्वर में 7 सड़कें बंद:बागेश्वर जिले में 2 डिस्टिक रोड्स, 5 ग्रामीण रोड भूस्खलन की वजह से अवरुद्ध हैं. वहीं, अल्मोड़ा में केवल 3 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. नैनीताल में केवल 6 ग्रामीण सड़कें बंद हैं.चंपावत में 1 स्टेट हाईवे और 3 विलेज रोड बंद हैं. पिथौरागढ़ में 1 बॉर्डर रोड और 10 ग्रामीण मार्ग बंद हैं.