देहरादून: हिमालय राज्य उत्तराखंड में पिछले 48 घंटों से लगातार बरसात हो रही है. इससे राज्य के सभी जिले प्रभावित हैं. प्रदेश में एक बॉर्डर रोड, कई नेशनल हाईवे सहित कुल 160 सड़कें बंद हैं. प्रदेश में बारिश के बीच चारधाम यात्रा भी चल रही है.ऐसे में प्रदेश में सड़कों के क्या हाल है आइये आपको बताते हैं.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है. जिसमें अब तक 3467544 यात्री पहुंच चुके हैं. इन यात्रियों को लाने ले जाने में तकरीबन 382127 वाहन 4 धाम रूट्स पर आ चुके हैं. दूसरी तरफ मानसून सीजन के दौरान लगातार पिछले कई घंटों से हो रही बारिश ने शासन प्रशासन की चुनौतियां और ज्यादा बढ़ा दी हैं. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश भर में 1 बॉर्डर रोड, 160 छोटे-बड़े मार्ग भारी बारिश की वजह से बाधित हैं.
देहरादून जिले में भी भारी बारिश, 2 NH बंद: प्रदेश के सभी जिलों की तरह देहरादून में भी लगातार भारी बारिश हो रही है. देहरादून के जौलीग्रांट क्षेत्र में सबसे ज्यादा 155mm वर्षा हुई है. इसके अलावा कालसी और रायपुर क्षेत्र में भी लगातार तेज बारिश हो रही है. देहरादून जिले में बंद सड़कों की अगर बात करें तो नेशनल हाईवे 707 लखवाड़ बैंड पर मलबा आने के कारण बंद है. वहीं, इसके अलावा नेशनल हाईवे 72B फेडिज से स्नेल में मलबा आने कारण बंद है. कुल मिलाकर देहरादून जिले में 2 नेशनल हाईवे, 5 स्टेट हाईवे, 1 मुख्य जिला मार्ग, 1 अन्य जिला मार्ग और 34 ग्रामीण सड़कें बंद हैं.
उत्तराखंड में बारिश ने रफ्तार पर लगाई 'ब्रेक'
पढ़ें-उत्तराखंड में बारिश से बेहाल जिंदगी, रौद्र रूप में बह रही सुपिन नदी, 10 गांवों का कटा संपर्क हरिद्वार में गंगा खतरे से के लेवल से 2 मीटर नीचे:हरिद्वार जिले में भी बारिश से लोग बेहाल हैं. कई जगहों पर भारी वर्षा और अतिवृष्टि के कारण जल भराव हुआ है. रुड़की की संत कॉलोनी, पतंजलि सहित कई जगहों पर घरों में जलभराव हुआ है. इसके अलावा लादपुर में सोनाली नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नदी का पानी आबादी क्षेत्र और कृषि भूमि में आने से जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई है. सभी जगहों पर लाइन डिपार्टमेंट सहित एसडीआरएफ की टीम मौके पर लगी हुई है. लगातार जल निकासी की कार्यवाही जारी है. इसके अलावा हरिद्वार जिले में गंगा नदी अपने खतरे के निशान से केवल 2 मीटर नीचे बह रही है. सोमवार सुबह 8 बजे दर्ज किए गए डेटा के अनुसार गंगा नदी 292 मीटर पर बह रही है, जबकि खतरे का स्तर 294 मीटर है.
उत्तरकाशी जिले में बही ट्रेकिंग पुलिया:उत्तरकाशी जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. पिछले कुछ दिनों से हो रही बरसात के दौरान पहाड़ी जिलों की तुलना में मैदानी जिलों में ज्यादा बरसात और नुकसान भी ज्यादा मैदानी जिलों में देखने को मिला है. उत्तरकाशी जिले में 1 स्टेट हाईवे, 2 डिस्टिक हाईवे और 19 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. उत्तरकाशी में सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं. वहीं, इसके अलावा उत्तरकाशी में हर्षिल में इंद्रीगाड़ से क्याराकोटी जाने वाली ट्रेकिंग पुलिया पुलिया अतिवृष्टि के कारण बह गई है.
रुद्रप्रयाग में भी बढ़ रही लैंडस्लाइड की घटनाएं
पढ़ें-देहरादून में उफनते नाले में फंसी हिमाचल रोडवेज की बस, जान बचाने के लिए कूदे यात्री टिहरी जिले में सड़क हादसा, तीन लोग अभी भी लापता:टिहरी जिले में शनिवार रात हुए सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में 3 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. वहीं, इसके अलावा टिहरी जिले में मौजूद टिहरी डैम का जलस्तर 767.35 मीटर है, जबकि डैम का अधिकतर जलस्तर एक 830 मीटर है. टिहरी जिले में बंद सड़कों की अगर बात करें तो टिहरी में 1 स्टेट हाईवे, 22 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कोशिशें की जा रही हैं.
हर्षिल-क्यारकुटी ट्रैक को जोड़ने वाला पुल बहा
पौड़ी जिले में 9 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद:पौड़ी जिले में भी लगातार कई जगहों पर पिछले कई घंटों से बरसात हो रही है. पौड़ी जिले में 1 स्टेट हाईवे और 9 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कोशिशें की जा रही हैं.
चमोली में 9 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद: चमोली जिले में अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी अपने खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं.चमोली जिले में गैरसैण, चमोली, पोखरी, कर्णप्रयाग और जोशीमठ जैसे इलाकों में लगातार पिछले कई घंटों से बरसात हो रही है. चमोली जिले में 9 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. बाकी सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं.
रुद्रप्रयाग में बंद है 10 सड़कें: रुद्रप्रयाग जिले में मौजूद अलकनंदा नदी और मंदाकिनी नदी अपने खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं. वहीं इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं. 1 स्टेट हाईवे और 9 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं. जिन्हें खोलने के लिए टीमें लगी हुई हैं.
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अल्मोड़ा में किसी नुकसान की खबर नहीं:अल्मोड़ा जिले में भी लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है. अल्मोड़ा जिले में बारिश से किसी तरह के कोई नुकसान की खबर नहीं है. अल्मोड़ा जिले में अभी तक कोई भी मार्ग बंद नहीं है.
बागेश्वर में 4 सड़कें बंद:बागेश्वर जिले में भी लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बागेश्वर जिले में मौजूद सरयू और गोमती नदी अपने खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं. वहीं इसके अलावा बागेश्वर जिले में 1 स्टेट हाईवे और 3 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं. जिन्हें खोलने की कोशिश जारी है. जिले के सभी नेशनल हाईवे खुले हुए हैं.
नैनीताल में 10 ग्रामीण मार्ग बंद:नैनीताल जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. नैनीताल जिले में बरसात काफी धीमी है. इसके बावजूद भी नैनीताल जिले में 1 स्टेट हाईवे, 1 प्रमुख जिला मार्ग, 1 आंतरिक मार्ग और 10 ग्रामीण मार्ग बंद है. जिन्हें खोलने की कोशिशें की जा रही हैं.
चंपावत में 12 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद:चंपावत जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. चंपावत जिले में मौजूद शारदा नदी अपने खतरे के निशान के काफी नजदीक बह रही है. वहीं, इसके अलावा टनकपुर चंपावत घाट राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 9 आवागमन के लिए खोल दिया गया है. इसके अलावा जिले में 1 स्टेट हाईवे और 12 ग्रामीण मोटर मार्ग अभी भी बंद हैं. जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.
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पिथौरागढ़ में 12 ग्रामीण मार्ग बंद:पिथौरागढ़ जिले में भी लगातार बरसात हो रही है. पिथौरागढ़ जिले में बरसात काफी धीमी है. पिथौरागढ़ जिले में मौजूद काली नदी, गोरी नदी और सरयू नदी तीनों उफान पर हैं. तीनों नदियां अपने खतरे के निशान से अभी नीचे हैं. इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले में घाट पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 9 खोल दिया गया है. पिथौरागढ़ में 1 बॉर्डर रोड और 12 ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए बंद हैं. जिन्हें खोलने की कोशिश की जा रही है.