देहरादून: मुख्यमंत्री की विधानसभा चंपावत में कल एक बड़ा हादसा हुआ. चंपावत में एक स्कूल की बाथरूम की छत गिरने से चंदन सिंह नाम के छात्र की मौत हो गई. साथ ही तीन छात्र इस घटना में घायल हो गये. इस घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी सरकारी स्कूल भवनों का निरीक्षण करवाने के निर्देश दिये. ऐसा नहीं है कि शासन प्रशासन या शिक्षा विभाग के पास उन स्कूलों की लिस्ट नहीं है जो स्कूल कभी भी हादसों का शिकार हो सकते हैं. शिक्षा विभाग के पास बाकायदा सालों से ऐसी लिस्ट पड़ी हुई है जिसमें यह साफ निर्देश दिए हुए हैं कि स्कूल छात्रों के लिए कभी भी मौत के स्कूल साबित हो सकते हैं, मगर इस पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती.
उत्तराखंड के कुमाऊं हो या गढ़वाल में ऐसे कई स्कूल हैं जिनको बेहद संवेदनशील माना गया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, ऐसे लगभग 1280 से अधिक स्कूल उत्तराखंड में है जो या मरम्मत मांग रहे हैं. बीते साल उत्तराखंड सरकार ने 500 से अधिक स्कूलों की मरम्मत के लिए पैसा जारी जरूर किया था, मगर अब तक इन 500 स्कूलों की मरम्मत पूरी नहीं हो पाई है. आज भी 700 से अधिक स्कूल बजट का इंतजार कर रहे हैं.
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