देहरादूनः उत्तराखंड के आरक्षित वन और वन पंचायत क्षेत्रों में आग की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. प्रदेश में पहाड़ी जनपदों के जंगलों में भी आग की ऊंची-ऊंची लपटें साफ देखी जा रही हैं. शायद ही ऐसा कोई जिला है, जहां पर जंगलों में आग की घटना ना हुई हो. खास बात यह है कि वन विभाग की तमाम तैयारियों के बावजूद भी इन घटनाओं पर रोक नहीं लगाई जा पा रही है. उधर आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 6 महीनों में ही सैकड़ों हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गए है.
उत्तराखंड में आज यानी 2 अप्रैल को हुई घटनाओं का रिकॉर्ड
राज्य के वनों में आज आग की कुल 15 घटनाएं रिकॉर्ड की गईं हैं. 13 घटनाएं आरक्षित वन क्षेत्र में हुई हैं, जबकि दो घटनाएं वन पंचायत के जंगलों में हुई हैं. इन वनाग्नि की घटनाओं में कुल 13.5 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुए हैं. नुकसान के रूप में देखें तो कुल ₹40,268 रुपये का नुकसान इन घटनाओं में आंका गया है.
पिछले 6 महीने यानी एक अक्टूबर से अब तक का डाटा
- राज्य में पिछले 6 महीने में कुल 928 जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई हैं.
- इसमें 591 आरक्षित वन क्षेत्र में हुई हैं, जबकि 337 वन पंचायत वन क्षेत्रों में हुई है.
- आग की इन घटनाओं में 1207.88 हेक्टेयर जंगल जले हैं.
- इस तरह पिछले 6 महीने में कुल 37,16,772 रुपये का नुकसान आंका गया है.
- इन घटनाओं में 2 लोग घायल हुए हैं, जबकि दो लोगों की मौत भी हुई है.
- उधर 22 जानवर घायल हुए हैं और 7 की मौत भी हुई है.
उत्तराखंड के वनों में आग की घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने कुछ फोन नंबर रिलीज किए हैं.
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क