देहरादून: इस बार के विधानसभा चुनाव में 632 उम्मीदवारों में से 105 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. साल 2017 के चुनाव में 630 में से 92 प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे. इस बार सबसे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि वाले निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. जिनकी जानकारियां निर्वाचन आयोग की ओर से सार्वजनिक की जा चुकी हैं.
बता दें कि अपराधिक मुकदमों में चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने वाले राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट पर इस तरह के व्यक्तियों का विवरण अनिवार्य रूप से अपलोड करना होता है.
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उत्तराखंड में 632 प्रत्याशियों में से 105 नेता आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं. ये आंकड़ा पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार बढ़ा है. विधानसभा चुनाव 2017 में ये आंकड़ा 92 था, जो मौजूदा समय में बढ़कर 105 हो गया है.
जिनमें से 22 कांग्रेस, 25 निर्दलीय , 13 भाजपा, 11 बसपा, 6 समाजवादी और 7 प्रत्याशी यूकेडी से हैं. इनके अलावा एआईएमआईएम, लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, उत्तराखंड जन एकता पार्टी, उत्तराखंड जनता पार्टी, अखंड भारत विकास पार्टी, सीपीआई लिबरेशन पार्टी और आजाद समाज पार्टी के भी एक-एक प्रत्याशी हैं.
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राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्य ने बताया जो अपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवार हैं. उनके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा अपने बारे में न्यूज पेपर पर पूरी डिटेल तीन बार देने होती है. हमारे द्वारा सभी को निर्देशित कर दिया गया है. एक फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक तीन बार लोकल न्यूज पेपर और नेशनल पेपर में अपना पूरी डिटेल देनी होगी.