चंपावतःउत्तराखंड में साइबर फ्रॉड और युवाओं में नशे की प्रवृत्ति के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. जिसके मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है. इसी कड़ी में कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर में आयोजित कार्यक्रम में नशा और साइबर क्राइम से बचाव को लेकर लेकर जानकारी दी गई. जिसमें डीजीपी अशोक कुमार ने शिरकत की. वहीं, चंपावत में साइबर वर्कशॉप में शिक्षकों को जागरूक किया गया.
पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में छात्र और छात्राओं को नशे के प्रति जागरूक किया गया. इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार, डीआईजी नीलेश आनंद भरणे, कुलपति मनमोहन चौहान समेत सैकड़ों छात्र और छात्राएं मौजूद रहे. इस दौरान शाही फाउंडेशन की ओर से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से युवाओं को नशे से होने वाली नुकसान के बारे में बताया गया. इसके अलावा छात्रों को साइबर ठगों की ओर से किस तरह से लोगों को चूना लगाया जा रहा है. इसके बारे में भी जानकारी दी गई. इतना ही नहीं नशे की चैन को पुलिस कैसे तोड़ रही है, इसको लेकर छात्रों को बताया गया.
डीजीपी अशोक कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार अभियान चलाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय के छात्रों और फैकल्टी को जागरूक किया गया. इस दौरान बच्चों और प्रोफेसरों ने अपनी बात रखी. जिसका जवाब उन्होंने दिया. उन्होंने कहा कि नशा और साइबर अपराध से पुलिस अकेला नहीं लड़ सकती है. इसके लिए लोगों का सहयोग होना जरूरी है.
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चंपावत में साइबर वर्कशॉप में शिक्षकों को किया गया जागरूकःचंपावत जिले में लगातार बढ़ती जा रही साइबर ठगी की घटनाओं को लेकर लोहाघाट थाने के एसओ मनीष खत्री और साइबर सेल प्रभारी मीनाक्षी नौटियाल ने शिक्षकों को जागरूक किया. साथ ही शिक्षकों से अपने विद्यालयों के छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को जागरूक करने की अपील की गई. साइबर सेल प्रभारी ने कहा कि किसी भी लालच में न आएं. अपना ओटीपी नंबर और बैंक की डिटेल किसी से भी शेयर न करें.
उन्होंने कहा जागरूकता ही साइबर ठगी से बचने का सबसे अचूक हथियार है. इसके अलावा शिक्षकों को गौरा शक्ति ऐप, यातायात और नशे के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही 1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि शिक्षक ही एक ऐसी सीढ़ी है, जो समाज और बच्चों को साइबर ठगी के प्रति जागरूक कर सकती है. साथ ही समाज में जागरूकता फैला सकती है.
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