चंपावत: कोरोना काल में नेपाल में फर्जी तरीके से भारतीय आधार कार्ड बनाने वाला गैंग सक्रिय हो गया है. कुछ समय पूर्व ही चंपावत पुलिस को जानकारी मिली थी कि नेपाल के कंचनपुर जिले के महेंद्रनगर में कुछ लोग फर्जी तरीके से भारतीय आधार कार्ड बनाने का रैकेट चला रहे हैं.
मामला संज्ञान में आते ही यहां की पुलिस ने नेपाल के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. हालांकि, फर्जी आधार बनाने वाले लोग अब तक दबोचे नहीं गए हैं. ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि नेपाल से भारत में प्रवेश कर रहे कई लोग फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग कर रहे होंगे.
फर्जी आधार कार्ड के साथ नेपाली नागरिकों का प्रवेश कोरोना की वजह से भारत-नेपाल सीमा बंद चल रही है. नेपाल में भारतीयों को बमुश्किल प्रवेश मिल रहा है. वहीं, दूसरी ओर नेपाली नागरिकों को आधार कार्ड या नेपाल प्रशासन की ओर से जारी पास के जरिए भारत में आसानी से प्रवेश मिल रहा है.
हजारों पेंशनर्स को छोड़ 24 मई से अब तक करीब 12 हजार नेपाली नागरिक भारत के विभिन्न राज्यों में बनबसा से कूच कर चुके हैं. इनमें करीब 70 फीसदी नेपाली नागरिक भारतीय आधार कार्ड दिखाकर भारत की सीमा में दाखिल हुए हैं.
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यहां भारतीयों को आधार कार्ड बनाने के लिए तमाम दस्तावेज मांगे जाते हैं. लोग आधार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी तादात में नेपाली नागरिकों ने भारतीय आधार कार्ड कैसे बनाए होंगे ?
नेपाली लोग दोहरी नागरिकता का फायदा उठाते हैं. कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो भारत और नेपाल दोनों जगह सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं. कई तो ऐसे हैं जो भारत में सरकारी नौकरी भी कर रहे हैं. इनके पास दोनों देशों के दस्तावेज है. भारत अभी भी नेपाली नागरिकों के साथ दोस्ताना रिश्ते निभाए रहा है, लेकिन नेपाल में अभी भी भारतीयों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.