चंपावत: पूरे विश्व में प्रसिद्ध मां बाराही धाम देवीधुरा की बग्वाल इस बार नहीं खेली जाएगी. कोरोना महामारी के कारण जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी ने यह निर्णय लिया है. अब तक के इतिहास में यह पहली बार होगा जब मां बाराही धाम में बग्वाल का आयोजन नहीं किया जाएगा.
रक्षाबंधन के दिन होने वाली ऐतिहासिक बग्वाल में इस बार सिर्फ पूजा अर्चना और मंदिर मैदान की परिक्रमा चार खाम और 7 तोकों के चुनिंदा लोग ही करेंगे. चार खाम और 7 तोकों ने मंदिर समिति और जिला प्रशासन के साथ मिलकर यह निर्णय लिया है.
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अग्रेजों ने भी किया था रोकने का प्रयास
मान्यता है कि एक बार अंग्रेजों ने भी बगवाल को रोकने का प्रयास किया था लेकिन तब भी बग्वाल खेली गई थी. बग्वाल में चार खाम और 7 थोकों के वीर मां बारही को खुश करने के लिए एक दूसरे पर पत्थरों की बारिश की वर्षा करते हैं. जब तक एक आदमी के शरीर के बराबर रक्त नहीं बह जाता. तब तक बग्वाल खेली जाती है. मगर इस बार कोरोना महामारी से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है.