देहरादून/चंपावत: प्रदेश में जनरल ओबीसी कर्मचारियों का विरोध- प्रदर्शन तेज हो गया है. इसके चलते मंगलवार को जनरल ओबीसी कर्मचारी यूनियन ने आरक्षण रोस्टर को लेकर कई जगहों पर धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. साथ ही संगठनों ने कहीं रैली निकाली तो कहीं जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया.
देहरादून
राजधानी के गांधी पार्क में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, यूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि 20 दिसंबर को सभी जिलों में एक रैली का आयोजन किया जाएगा. रैली के माध्यम से सरकार को आभास होगा कि ओबीसी वर्ग के कर्मचारी किस तरह से नाराज हैं. साथ ही इस रैली के माध्यम से सरकार की आंखें खोलने का काम किया जाएगा.
उत्तराखंड सरकार ने अगस्त 2019 कैबिनेट बैठक में सरकारी सेवाओं के आरक्षण रोस्टर में बदलाव किया है. जिसके बाद पहले नंबर के बजाय छठे नंबर को आरक्षित वर्ग में शामिल किया गया है. सरकार ने अपने ही आदेश को निरस्त करते हुए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया.
जिसकी रिपोर्ट के बाद रोस्टर तय करने की बात कही गई है. राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्रदेश के सभी सरकारी सेवाओं में प्रमोशन पर रोक लगा दी है. हालांकि इस मामले पर 15 नवंबर को नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार को आदेश दिए हैं कि प्रमोशन से रोक हटाई जाए.