चंपावत: बुजुर्ग चेतराम अपने बेटे की नौकरी के लिए लंबे समय से अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा रहे थे. लेकिन, जब उन्हें कोई उम्मीद नजर नहीं आई तो उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि की कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए बुजुर्ग चेतराम से डीजल की बोतल छीन ली.
दरअसल, चेतराम पिछले कई सालों से अपने पुत्र को संविदा पर नौकरी दिलाने की मांग कर रहे थे. चेतराम लोक निर्माण विभाग के एक ठेकेदार के साथ मजदूर के तौर पर काम करते थे. इसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गए. मजदूरी करने में अक्षम होने के कारण उन्होंने जिला प्रशासन से अपने पुत्र को रोजगार दिलाने की मांग की.