चंपावत: गंडक नदी के संवर्धन व संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप वृहद कार्ययोजना बनाने के लिए जिलाधिकारी सुरेंद्र नारायण पांडे ने संबंधित अधिकारियों के साथ छिड़ापानी से डिप्टेश्वर तक नदी का स्थलीय निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम गंडक नदी के मुख्य स्रोत छिड़ापानी का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि सभी के साझा प्रयासों से ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अति महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी घोषणा को धरातल पर उतारा जा सकता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गंडक नदी के ऊपरी क्षेत्रों में जल स्रोतों को रिचार्ज करने की दिशा में कार्य किये जाने की आवश्यकता है. उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंडक नदी के उद्गम छिड़ापानी से गौड़ी तक व नदी के इर्द गिर्द सीवरेज संबंधी प्रोजेक्ट का ड्रोन सर्वे किया जाए और देखा जाए कि किन स्थानों पर गंदगी नदी में गिर रही है. जिलाधिकारी ने नदी की सूरत संवारने के लिए गंडक नदी के संरक्षण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की कि वह कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें तथा अपने घरों का कूड़ा व सीवर का पानी नदी में ना डाले.