चंपावत:जिले में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने चंपावत जिले का दौरा किया. इस दौरान सीएम ने सर्किट हाउस में आपदा पीड़ित परिवारों का जिलाधिकारी से हाल जाना. साथ ही पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा देने की बात कही. अभी तक चंपावत जिले में आपदा से 11 मौतें हो चुकी हैं.
सीएम पुष्कर धामी के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट, राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत मौजूद रहे. मुख्यमंत्री का दौरा कुल 7 मिनट का था, जिसमें वह हेलीपैड में उतरे और उसके बाद 5 मिनट सर्किट हाउस में रुके, जिसमें जिलाधिकारी और एसपी से मुलाकात की. चंपावत में 40 घंटों से विद्युत आपूर्ति ठप है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी नुकसान होने की सूचना मिल रही है. मोबाइल नेटवर्क सेवा नहीं होने से जिला प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा इस बार आपदा ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त किए हैं. मैं खुद निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा ले रहा हूं. जो भी कमियां होंगी उसे दूर की जाएगी.
आसमानी आफत ने जनपद में भारी तबाही मचाई है. साथ ही 11 लोगों की जान ले ली. लोहाघाट ब्लॉक के नेपाल सीमा से लगे सुल्ला गांव में मंगलवार की रात भारी बारिश के साथ आए मलबे में एक परिवार के चार लोग दब गए थे. रेस्क्यू टीम ने चारों शव आज शाम को बरामद कर लिये. मृतकों की पहचान कैलाश सिंह (32 वर्ष) पुत्र कुंवर सिंह, चंचला देवी (28 वर्ष) पत्नी कैलाश सिंह, रोहित सिंह (12 वर्ष) और भुवन सिंह (8 वर्ष) पुत्र कैलाश सिंह के रूप में हुई है. जिला मुख्यालय