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महिलाएं भोजपत्र पर चमका रही हैं कैलीग्राफी, स्ट्रिंग आर्ट से मिला स्वरोजगार, पीएम मोदी मन की बात में कर चुके तारीफ

Women are self employed through calligraphy in Chamoli उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उगने वाले दुर्लभ भोजपत्र की छाल महिलाओं की आर्थिकी का मजबूत जरिया बनने लगी है. इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा महिला समूहों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान, उत्साहवर्धन और जिलाधिकारी हिमांशु खुराना के मार्गदर्शन में विकासखंड जोशीमठ में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अतंर्गत एसएचजी महिलाओं को भोजपत्र पर कैलीग्राफी व स्ट्रिंग आर्ट एडवांस वर्जन का प्रशिक्षण शुरू किया गया है.

calligraphy and string art
चमोली समाचार

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 16, 2023, 10:59 AM IST

चमोली: जिला प्रशासन के सहयोग से मास्टर ट्रेनर सुरभि रावत द्वारा समूह की महिलाओं को भोजपत्र कैलीग्राफी की बारीकियों के साथ स्केलिंग एवं नवीन तकनीक के बारे में जानकारी दी जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी के बदरीनाथ भ्रमण के दौरान नीती-माणा एसएचजी की महिलाओं ने उन्हें भोजपत्र पर लिखा अभिनंदन पत्र भेंट किया था. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने भोजपत्र के सोविनियर बनाने को लेकर मन की बात एपिसोड में भी महिलाओं की इस पहल की खूब सराहना की थी. इससे प्रभावित होकर समूह की महिलाएं भोजपत्र प्रशिक्षण में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कर रही हैं.

चमोली की महिलाएं भोजपत्र पर दिखा रहीं कलाकारी

जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में विकासखंड जोशीमठ में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से दो चरणों में समूह की 30 महिलाओं को दुर्लभ भोजपत्र पर कैलीग्राफी से आकर्षक सोविनियर बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. चारधाम यात्रा के दौरान महिलाओं ने विकास विभाग के आउटलेट और एनआरएलएम के माध्यम से भोजपत्र से तैयार किए गए आकर्षक सोविनियर, बदरीनाथ की आरती, माला, राखी, सुन्दर स्मृति चिन्ह एवं कलाकृतियों को बेचकर दो लाख से अधिक की आमदनी की. दुलर्भ भोजपत्र के पौराणिक महत्व एवं इससे बने आकर्षक सोविनियर की मांग को देखते हुए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की पहल पर महिला समूहों की आर्थिकी सुदृढ़ बनाने की योजना तैयार की गई. परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला समूहों को उनकी आजीविका संवर्धन व कौशल विकास के लिए जोशीमठ में आठ दिवसीय भोजपत्र पर कैलीग्राफी व स्ट्रिंग आर्ट एडवांस प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मास्टर ट्रेनर सुरभि रावत द्वारा समूह की 21 महिलाओं को कैलीग्राफी की बारीकियों के साथ स्केलिंग व नवीन तकनीक के उपयोग की जानकारी दी जा रही है, जो आने वाले समय में महिलाओं के लिए स्वरोजगार का एक सशक्त जरिया बनेगा.

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का अभियान

कैलीग्राफी क्या है?सुन्दर शब्दों को लिखने की कला को कैलीग्राफी कहा जाता है. कैलीग्राफी को हिंदी में अक्षरांकन कहते हैं. कैलीग्राफी एक विजुअल आर्ट है. कैलीग्राफी लिखने वाले प्रोफेशनल आर्टिस्ट को कैलीग्राफी राइटर कहते हैं. कैलीग्राफी कई तरह के फॉन्ट, स्टाइल, मॉडर्न और क्लासिक तरीकों का प्रयोग करते हुए बेहतरीन सुलेख लिखते हैं. एक कैलीग्राफी सुंदर अक्षरों को लिखने के लिए खास तरह के पेन, निब, पेंसिल, टूल, ब्रश आदि का इस्तेमाल करते हैं.

भोजपत्र प्रशिक्षण में महिलाएं

क्या होती है स्ट्रिंग आर्ट?लकड़ी के टुकड़ों पर कील और धागे के उपयोग से सजावटी सामग्री बनाने की कला को स्ट्रिंग आर्ट कहते हैं. इस कला से देश और दुनिया में बड़े पैमाने पर लोग बेहतर आय अर्जित कर रहे हैं.
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