चमोली:मॉनसून में भी पर्वतीय इलाकों ने पेयजल समस्या से मुंह बाये खड़ी है. ताजा मामला नंदप्रयाग क्षेत्र का है. जहां के बाशिदें बरसात में भी पानी की किल्लत से जूझ रहे है. ऐसे में रविवार को इस समस्या को लेकर महिलाओं और स्थानीय लोगों ने बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाकर जल संस्थान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लबीं कतारें लग गई.
नंदप्रयाग में ग्रामीणों ने पेयजल समस्या को लेकर हाई-वे पर लगाया जाम. पढ़ें:धीरे-धीरे परवान चढ़ रही होम स्टे योजना, बहुरेंगे सीमांत गांव के दिन
बता दें कि नंदप्रयाग क्षेत्र में काफी लंबे समय से पानी की किल्लत बनी हुई है. ऐसे में पेयजल समस्या को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा और उन्होंने हाईवे पर जाम लगाकर जल संस्थान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, इस दौरान उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूया प्रसाद मैखुरी, थराली विधानसभा के पूर्व विधायक डॉक्टर जीतराम और गढ़वाल संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार रहे मनीष खंडूरी भी जाम में फंसे रहे.
वहीं, इस मामले में पूर्व डिप्टी स्पीकर अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने हस्तक्षेप कर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता से फोन पर बातचीत के जरिए नंदप्रयाग क्षेत्र में जल्द पेयजल आपूर्ति बहाल करने को कहा. जिसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और वे हाईवे से हट गए.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात का मौसम होने के बावजूद भी उन्हें पेयजल नसीब नहीं हो रहा है. जल संस्थान की लापरवाही के चलते उन्हें पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. लेकिन जल संस्थान उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.