चमोली: गोपेश्वर पीजी कॉलेज व श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कैंपस में तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर छात्र धरना दे रहे हैं. गुरुवार को छात्रों ने कैंपस में प्रवक्ताओं की तैनाती और विश्वविद्यालय परिसर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की मांगों को लेकर जमकर हंगामा काटा. छात्रों ने प्राचार्य कक्ष में भी जबर्दस्त तोड़फोड़ की.
श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रर्दशन. इस दौरान छात्रों की पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई. एसडीएम चमोली बुशरा अंसारी के शुक्रवार से कैंपस परिसर में अतिक्रमण का सीमांकन कार्य शुरू करने के आश्वासन पर ही छात्र शांत हुए. हालांकि छात्रों का कहना है. जब तक विश्वविद्यालय परिसर से अतिक्रमण नहीं हट जाता तब तक धरना जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें:फिश एंगलिंग के शौकीनों के लिए खुशखबरी, पैसे भरो और इन नदियों में मछली पकड़ो
गुरुवार को विश्वविद्यालय कैंपस में धरना दे रहे छात्रों ने आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है. छात्रसंघ के अध्यक्ष अमित मिश्रा व अन्य छात्रों ने प्रशासनिक भवन की छत पर चढ़ कर विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. वहीं कुछ छात्र-छात्राएं महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए और चमोली गोपेश्वर मोटर मार्ग पर सांकेतिक जाम भी लगाया.
प्रभारी प्राचार्य डॉ एमके उनियाल ने इसकी सूचना जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय कुलपति डॉ यूएस रावत को दी. एसडीएम चमोली बुशरा अंसारी और पुलिस उपाधीक्षक मिथिलेश कुमार व पीडी जोशी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. घरनास्थल पर पहुंचकर उन्होंने छात्रों से जाम हटाकर वार्ता के लिए प्राचार्य कक्ष में बुलाया. आक्रोशित छात्रों ने कक्ष में तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही प्राचार्य कक्ष के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए. इस घटनाक्रम के बाद प्रवक्ताओं ने छात्रों को समझाया और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता करने के लिए कहा.
यह भी पढ़ें:चमोली: 100 फीट गहरी खाई में गिरी बोलेरो, बाल-बाल बची 13 जिंदगी
आक्रोशित छात्रों की मांगें:
छात्रों ने प्रशासन से महाविद्यालय के चारों ओर अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे खत्म करने की मांग की है. इस पर एसडीएम ने कल शुक्रवार से कैंपस के चारों ओर से सीमांकन कार्य शुरू करने का छात्रों को आश्वासन दिया है. वहीं प्रभारी प्राचार्य डॉ. एमके उनियाल ने कहा कि कैंपस में प्रवक्ताओं की तैनाती सहित नए विषयों के संचालन की छात्रों की मांगों से निदेशालय को अवगत करा दिया गया है. आंदोलनरत छात्रों ने महाविद्यालय की चारदीवारी के निर्माण और अतिक्रमण को पूरी तरह से हटने के बाद ही क्रमिक धरना स्थगित करने की चेतावनी दी है.