चमोली:ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के आदेश पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को ज्योतिर्मठ के संचालन का पदभार दिया गया है. रविवार को अविमुक्तेश्वरानंद ने सनातन धर्म ध्वजा लहराकर पदभार ग्रहण किया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि जोशीमठ सनातन धर्म की उत्तर राजधानी है, इसी रूप में इसका विकास होना चाहिए.
पदभार ग्रहण करते स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उत्तराखंड का जोशीमठ कोई सामान्य नगर नहीं बल्कि देश की चार दिशाओं में आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा घोषित सनातन धर्म की चार राजधानियों में से एक है. इसी गौरव के अनुरूप इसका विकास होना चाहिए.