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थराली: गड्ढों में तब्दील हुई सड़क, राहगीरों का चलना हुआ दूभर - uttrakhand road news

राज्य की सड़कों की बदहाली किसी से छुपी नहीं है. चमोली जिले के थराली विधानसभा में थराली-देवाल मोटरमार्ग लोक निर्माण विभाग की पोल खोलता नजर आ रहा है. इस सड़क पर राहगीरों का चलना तक दूभर हो गया है.

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थराली सड़क में गड्ढे

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Published : Jan 31, 2020, 6:19 PM IST

थराली: बेहतर सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर हर पार्टी चुनाव में लड़ती है. प्रत्याशियों बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराने का वादा करके चुनाव भी जीत जाते हैं बावजूद इसके हालात जस के जस तस है. ऐसे में इन्हें जनप्रतिनिधियों को सत्ता सौंपने के बाद जनता खुद को ठगी सी महसूस करती है. ऐसा ही कुछ थराली के लोगों के साथ हुआ है. थराली-देवाल मोटरमार्ग लोक निर्माण विभाग की पोल खोलती इस सड़क पर राहगीरों का चलना तक दूभर हो गया है. हल्की सी बारिश ने विभाग और सरकार के विकास की कहानी बयां करती है. सड़क की बदहाली का आलम यह है कि सड़क में गड्ढे हैं या गढ्ढों में सड़क है कहना मुश्किल है.

गड्ढों में तब्दील थराली-देवाल मोटरमार्ग.

दरअसल, देवाल-थराली मोटरमार्ग हर वर्ष होने वाली नंदा देवी जात यात्रा का भी मुख्यमार्ग है. लेकिन, थराली से देवाल तक सड़क में बने अनगिनत गड्ढों से आवाजाही करना मुश्किल हो गया है. थराली मुख्य बाजार में तो सड़क पर बने गड्ढों में जलभराव हो जाने पर हालात हो बदतर हो जाते हैं. बारिश से सड़क में बने गड्ढों में पानी भरने से स्थानीय व्यापारी और राहगीर सभी परेशान हैं. सड़क पर तेज गति से दौड़ते वाहनों के पहिए जब गढ्ढों में धंसते हैं तो राहगीरों में कीचड़ उछाल देते हैं.

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ऐसे में थराली लोक निर्माण विभाग सड़कों और सड़कों में बने गड्ढों की सुध लेने को तक तैयार नहीं है. कभी-कभी लोक निर्माण विभाग द्वारा मिट्टी डालकर इन गड्ढों को भरवाने का काम कर लेता है. थराली से वाण तक 52 किमी की लोक निर्माण विभाग की इस सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं.

बता दें कि 2013 की आपदा के बाद एडीबी ने इस मोटरमार्ग पर पुनर्निर्माण का कार्य किया था. पूर्व विधायक स्वर्गीय मगनलाल शाह ने मोटरमार्ग की जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. लेकिन आज तक न ही सड़क की जांच हुई और न ही सड़कों के गड्ढे भरे गए. सरकार सुधार के नाम पर जरूर लाखों खर्च कर चुकी है. इस मोटरमार्ग को हॉटमिक्स से डामरीकरण करने की मांग पर शासन पहले मुहर लगा चुका था और लोक निर्माण विभाग से इस बावत इस्टीमेट भी मांगा गया था. जिसमें इस्टीमेंट वापस भेज लोक निर्माण विभाग को पांच किमी डामरीकरण के लिए एक करोड़ रुपए शासन से दिया गया. सरकार की इस वादा खिलाफी को लेकर भी थराली से देवाल तक आमजन भी रोष भी व्याप्त है.

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लगभग 10 माह पहले ही लोक निर्माण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया से सड़क के पैच भरने का कार्य किया गया. खराब कार्य और सही मॉनिटरिंग न हो पाने की वजह से पहली बारिश ने ही लाखों रुपए के खर्च से चलाए गए लोक निर्माण विभाग के गड्ढा भरान अभियान को पानी-पानी कर दिया. मुख्य बाजार में कई जगह सड़कों में इतने बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जो लगातार दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं.

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वहीं, स्थानीय लोगों ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते थराली देवाल मोटरमार्ग की स्थिति बदहाल बनी हुई है. उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान इन गड्ढों में पानी जमा होने की वजह से सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं. लोक निर्माण विभाग जितेंद्र कुमार ने कहा कि बताया कि शासन ने इससे पूर्व विभाग से हॉटमिक्स का मांगा था. लेकिन, शासन ने इस मोटरमार्ग पर हॉटमिक्स की बजाय पीसी से डामरीकरण के लिए एक करोड़ रुपए विभाग को दे दिया. सड़क पर पीसी डामरीकरण के लिए विभाग द्वारा टेंडर जारी कर पांच किलोमीटर में पीसी का कार्य चल रहा है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में ठंड की वजह से डामरीकरण का कार्य रोका गया है.

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