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थरालीः रंग-रोगन के नाम पर PWD को ही चूना लगा रहे अधिकारी

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Published : Feb 18, 2021, 1:27 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 1:39 PM IST

रंग-रोगन के नाम पर विभागीय अधिकारियों द्वारा लोक निर्माण विभाग को ही चूना लगाने की तैयारी चल रही है.

pwd office
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थरालीःमुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भले ही जीरो टॉलरेंस के लाख दावे करते हों, लेकिन उनके ही विभाग के अधिकारी शायद उनके इन दावों पर पानी फेरने में लगे हैं. कुछ ऐसा ही मामला देखने को मिला थराली विकासखंड के लोक निर्माण विभाग कार्यालय में. यहां रंग-रोगन के नाम पर अधिकारियों द्वारा अपने विभाग को ही चूना लगाने की तैयारी चल रही है.

PWD को ही चूना लगा रहे अधिकारी

मामला थराली-देवाल-वाण मोटरमार्ग का है. यहां सड़क किनारे दीवारों और पैराफिटों पर चूना लगाने के कार्य में सरकारी गाड़ी सहित विभाग के गैंग लेबर लगे हुए हैं. स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. स्थानीय नेताओं के मुताबिक, लोक निर्माण विभाग में अधिशासी अभियंता अपने मनमुताबिक ही सलेक्शन बॉंड बनाकर सरकारी धन के वारे-न्यारे करने में लगे हैं. जबकि अधिशासी अभियंता का कहना है कि उक्त मोटरमार्ग पर रंग-रोगन के लिए ठेकेदार का सलेक्शन बॉंड बनाया गया है. ऐसे में इस सलेक्शन बॉंड के साथ ही अन्य सलेक्शन बॉंड पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं.

विभागीय अधिकारियों द्वारा टेंडर निकालने और अनुबंध बनाने से पहले ही थराली-देवाल-वाण मोटरमार्ग पर पैराफिट और दीवारों पर रंग-रोगन का कार्य सरकारी गाड़ी और विभागीय गैंग लेबरों द्वारा शुरू करवा दिया गया. सवाल पूछे जाने पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने टेंडर नोटिस तो मीडियाकर्मियों के हाथ में थमा दिया, लेकिन अनुबंध की कॉपी मांगने पर दो-चार दिन रुकने का हवाला देने लगे.

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दरअसल लोक निर्माण विभाग द्वारा वार्षिक अनुरक्षण और निक्षेप मद से 5 कार्यों के लिए टेंडर नोटिस निकाला गया था. जिनमें से 3 कार्यों के लिए विभाग में ही अनुबंध पर लगे वाहन चालक का सलेक्शन बॉंड बना दिया गया. अब सवाल ये भी उठता है कि एक ही व्यक्ति के 3-3 सलेक्शन बॉंड बनाने के लिए आखिर विभाग इतनी दरियादिली क्यों दिखा रहा है?

सूत्रों की मानें तो ठेकेदार के साथ अनुबन्ध के इस काम में भी रंग-रोगन का सामान लेने के लिए विभाग की ही गाड़ी सरकारी खर्चे पर देहरादून गई हुई थी. अब ये अपने आप में बड़ा सवाल है कि आखिर किसकी अनुमति से प्राइवेट ठेकेदार के अनुबंध कार्य में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल हो रहा है. उधर, टेंडर नोटिस निकलने के सप्ताह भर पहले से ही आखिर किसकी इजाजत से सरकारी मशीनरी सड़क किनारे रंग- रोगन का कार्य कर रही थी.

उधर, अधिशासी अभियंता इस सवाल का गोलमोल जवाब दे रहे हैं. हालांकि बाद में अधिशासी अभियंता सुशील कुमार गुप्ता ने कार्यस्थल से सरकारी वाहन वापस बुला लिया और टेलीफोन पर जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा फिलहाल थराली-देवाल मोटरमार्ग पर पैराफिट और दीवारों के रंग-रोगन के कार्य में लगा सरकारी वाहन और गैंग लेबर वापस बुला लिए गए हैं.

Last Updated : Feb 18, 2021, 1:39 PM IST

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