चमोली:जोशीमठ आपदा पीड़ितों ने मांग पूरी ना होने पर विरोध का बिगुल फूंक दिया है. आपदा प्रभावितों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. बैठक में जितनी मांगों पर सहमति बनी थी, उनमें से एक भी कार्य पर धरातल में नहीं हुआ है. लोगों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप मढ़ा है. साथ ही मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
जोशीमठ में आपदा प्रभावितों ने निकाला मशाल जुलूस, सरकार पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप - जोशीमठ में भूधंसाव
जोशीमठ में भूधंसाव से लोगों को अपने पुश्तैनी आशियाने छोड़ने पड़े हैं. लोग विस्थापन व अन्य मांगों को लेकर लामबंद हैं. इसी कड़ी में जोशीमठ आपदा प्रभावितों ने मांग पूरी ना होने पर मशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार से जल्द मांगों पर कार्य करने की मांग की.
जोशीमठ में आपदा पीड़ितों ने मशाल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. आपदा प्रभावितों ने जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले जोरदार नारेबाजी करते हुए मशाल जुलूस निकाला. विदित हो कि जोशीमठ संघर्ष समिति द्वारा विगत 107 दिन के धरने प्रदर्शन के बाद सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के साथ 8 अप्रैल को 11 सूत्रीय मांगों पर सहमति बनी थी. प्रशासन के आश्वासन के बाद जोशीमठ तहसील में चल रहा धरना स्थगित किया गया था.
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संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने आरोप लगाया कि 20 दिन बीतने पर भी सरकार की ओर से इन 11 सूत्रीय मांगों पर कुछ भी नहीं किया जा रहा है. कहा कि ग्यारह में से दो मांग जो केंद्रीय सरकार स्तर की हैं, उसे छोड़ भी दिया जाए तो नौ मांगों पर भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. मुआवजे के लिए लोग भटक रहे हैं. विस्थापितों के पुनर्वास के लिए अलग से कार्यालय खोलने की मांग थी, वह तक पूरी नहीं हुई. जल्द ही समाधान नहीं निकलता तो प्रभावित सड़क पर उतरकर आरपार की लड़ाई लड़ेंगे. जोशीमठ भूधंसाव प्रभावितों ने जोशीमठ टीसीपी बाजार से मारवाड़ी चौक तक मशाल जुलूस निकाल कर विरोध जताया.