चमोली: बदरीनाथ धाम के कपाट शाम को 6.45 बजे पूरे विधि-विधान के बाद बंद किए गए. कपाट बंद होने की प्रक्रिया शाम चार बजे से शुरू हो गई थी. वहीं, आज बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का समापन भी हो गया है.
शीतकाल में छह माह के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद से पहले आखिर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवन बदरी-विशाल के दर्शन करने के लिए धाम पहुंचे. श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने से पूर्व पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की ओर से मंदिर को चारों ओर से 20 क्विंटल गेंदा, गुलाब और कमल के फूलों से सजाया गया था.