चमोली: सबसे ऊंचे शिव मंदिर रुद्रनाथ भगवान के मंदिर के कपाट खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है. 19 मई को भगवान रुद्रनाथ के कपाट 6 माह के लिए खोल दिए जाएंगे. भगवान रुद्रनाथ मंदिर के पुजारी इन दिनों कपाट खुलने और भगवान की डोली गोपीनाथ मंदिर से रुद्रनाथ तक पहुंचाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं.
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गौर हो कि चतुर्थ केदार के नाम से विख्यात भगवान रुद्रनाथ के कपाट बंद होने के बाद भगवान रुद्रनाथ की डोली आम श्रदालुओं के दर्शनों के लिये गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह में रखी जाती है. 17 मई को भगवान रुद्रनाथ की डोली की पूजा-अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोचारण के साथ भक्तों के साथ गोपेश्वर गोपीनाथ से विदा किया जाएगा. सगर गांव से 19 किलोमीटर की चढ़ाई पार करने के बाद 18 मई को भगवान रुद्रनाथ की डोली श्रद्धालुओं के साथ रुद्रनाथ मंदिर में पहुंचेगी.
ब्रह्ममुहूर्त में 19 मई को भगवान रुद्रनाथ के कपाट 6 माह के लिए आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जाएंगे. भगवान रुद्रनाथ के कपाट खुलने के बाद बदरी-केदार की यात्रा पर आए कई श्रद्धालु केदारनाथ भगवान के दर्शनों के बाद उखीमठ चोपता के रास्ते भगवान तुंगनाथ मंदिर के दर्शनों के भी पहुंचते हैं. जिसके लिए उन्हें सगर गांव से पैदल 19 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. बता दें कि रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शिव के मुख भाग के दर्शन होते हैं.