चमोली: नंदप्रयाग घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर स्थानीय लोग आंदोलन के लिए लामबंद हो गए हैं. टैक्सी यूनियन और व्यापार संघ ने मिलकर 5 दिसंबर से घाट-नंदप्रयाग मोटरमार्ग चौड़ीकरण को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू करने का ऐलान किया है.
टैक्सी यूनियन और व्यापार संघ का कहना है कि दो-दो मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बावजूद भी लोनिवि कर्णप्रयाग सड़क पर डामर बिछाकर खानापूर्ति कर रहा है, जबकि सड़क कई जगह पर बेहद संकरी और तीखे मोड़ों वाली है.
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बता दें कि साल 2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोपेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंच से ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाली घाट-नंदप्रयाग सड़क को डेडलाइन तक चौड़ी करने की घोषणा की थी. जबकि, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी घाट क्षेत्र में भ्रमण के दौरान सड़क के चौड़ीकरण की घोषणा की थी. लेकिन आजतक दोनों मुख्यमंत्रियों की घोषणा धरातल पर नहीं उतर पाई है.
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरण सिंह और टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष मनोज सिंह कठैत ने कहा कि लोक निर्माण विभाग सीएम की घोषणा पर पर्दा डालने का काम कर रहा है. सरकारी धन का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग भी की है. इसी के साथ उन्होंने ऐलान किया है कि वे 5 दिसंबर से आंदोलन शुरू करेंगे.
वहीं, इस मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग कर्णप्रयाग के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार नैथानी का कहना है कि नंदप्रयाग घाट सड़क डेडलाइन चौड़ीकरण के मानकों को पूरा नहीं कर पा रही है. जिस कारण चौड़ीकरण का कार्य नहीं किया जा सकता है. सड़क पर डामरीकरण का कार्य शुरू किया गया है. पहले चरण में 5 किलोमीटर तक डामर बिछाया जाएगा.