थराली: सीमा सड़क संगठन द्वारा कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग चौड़ीकरण के दौरान मलबा सड़क किनारों ही छोड़ दिया जा रहा है. जिसके वजह से राहगीर कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. सड़क पर मलबा गिरा होने के कारण मार्ग भी संकरा हो गया है. स्थानीय लोग सड़क निर्माण एजेंसी को कई बार लिखित व मौखिक रूप से मलबा हटाने की शिकायत कर चुके है. लेकिन एजेंसी ने एक न सुनीं.
बता दें कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग का रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास है.जहां 60 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पिछले 6 वर्षों से लगातार हो रहा है. जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. सीमा सड़क संगठन ने सड़क की कटाई के दौरान जो मलबा निकला, उसे डंपिंग जोन में डालने के बजाए उन्हीं स्थानों पर छोड़ दिया. मलवा थराली से ग्वालदम के बीच कई स्थानों पर पिछले 6 माह से पड़ा हुआ है. जिसके चलते सड़क काफी संकरी हो गई है.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि दिसंबर और जनवरी माह में पहाड़ों में पाला पड़ता है. इस दौरान सड़क पर वाहन फिसल जाते है. ऑल वेदर रोड का काम 1 से 2 साल के अंदर पूरा होने को है. वहीं, मात्र 60 किलोमीटर की सड़क सीमा सड़क संगठन पिछले 6 वर्षों में ठीक नहीं कर पाया है. वाहन चालकों का कहना है जिस स्थान पर मलबा है वहां वाहनों के फिसलने या टकराने का खतरा है. जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग पर गिरा मलबा.
वहीं, इस मामले में बीजेपी नेता नरेंद्र भारती ने कहा कि सड़क किनारे रखा मलबा दुर्घटनाओं को दावत दे रहा है. जिसे जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा डंपिंग जोन में क्षमता से अधिक मलबा डाला जा रहा है, जिससे बरसात में बाढ़ का खतरा और भी बढ़ जाता है. असिस्टेंट इंजीनियर सुमन देव नोटियाल ने कहा कि मार्च अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा, उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को जल्द से जल्द हटाने का काम किया जा रहा है.