चमोली: जिले के सीमान्त विकासखंड जोशीमठ स्थित ग्राम पंचायत भलगांव सूकी आज भी सड़क मार्ग से महरूम है. ग्रामीणों को अभी भी 5 किलोमीटर का पैदल सफर तय करने के बाद सड़क तक पहुंचना पड़ता है. ऐसे में यंहा के लोगों को अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के सामान के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सरकारी तंत्र से कई बार सड़क निर्माण की गुहार लगा चुके ग्रामीणों ने अब गांव से पलायन करने का मन बना चुके हैं.
नीती मलारी घाटी में स्थित भलगांव सूकी में भोटिया जनजाति के लोग पूरे 12 माह गांव में निवास करते है. यहां के ग्रामीण गांव तक सड़क न होने के कारण पैदल चट्टानों और पथरीले रास्तो से आवाजाही करते है. बता दें कि भलगांव सूकी के लिए मोटर मार्ग की स्वीकृति वर्ष 1992 में हुई थी. उस दौरान बदरीकेदार सीट से केदार सिंह फोनिया विधायक थे. सड़क स्वीकृत होने के बाद लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर द्वारा 4 बार मोटर मार्ग की सर्वे करवाई गई, लेकिन आज तक भी सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया.