चमोली: शीतकाल के दौरान मलारी, नीती घाटी में भारी बर्फबारी के बाद गमशाली से आगे नीती हाईवे फिलहाल बंद है. माइग्रेशन के लिए जनजाति के लोग तैयारियां शुरू कर चुके हैं, लेकिन जिस प्रकार अभी तक बर्फ हाईवे पर जमी हुई है. उससे माइग्रेशन वाले गांवों तक पहुंचने में दिक्कतें हो सकती हैं.
चमोली जिले की नीती घाटी इस समय बर्फ से लकदक है. शीतकाल के दौरान मलारी से लेकर अग्रिम सैन्य चौकी सिपुक तक भारी बर्फबारी हुई है. हालांकि मलारी से 14 किमी आगे गमशाली तक सीमा सड़क संगठन ने सड़क से बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारू कर दी है, लेकिन इससे आगे छह किमी दूर नीती तक सड़क अभी तक बंद है. नीती से 10 किमी दूर सिपुक में बर्फबारी के बाद से भारी भरकम हिमखंड बने हुए हैं. बताते चलें कि नीती घाटी के गमशाली, नीती, फरकिया, बाम्पा, कैलाशपुर समेत दर्जनभर गांवों में ग्रीष्मकाल में भोटिया जनजाति के लोग माइग्रेशन करते हैं.