चमोली: इन दिनों चमोली में नंदा देवी की लोकजात यात्रा चल रही है. जैसे-जैसे यात्रा अपने पड़ाव की ओर आगे बढ़ रही है, वैसे ही यात्रा में शामिल होने के लिए नंदा देवी के भक्तों का हुजूम भी उमड़ रहा है. 21 अगस्त से सिद्धपीठ कुरुड़ से कैलाश के लिए विदा हुई बंगाण गांव की नंदा लोकजात 26 अगस्त को रात्रि प्रवास के लिए जंगलों के बीच जोखिम भरे पैदल रास्तों को पार होते हुए तेफना गांव पहुंची.
गंडासू गांव के लिए जाने वाले रास्ते में मोलागाड गदेरे में पुलिया न होने के कारण गंडासू और बनाला गांव के ग्रामीणों ने खुद के संसाधनों से लकड़ी की पुलिया बनाई, तब जाकर मां नंदा की डोली को अस्थाई पुलिया से नदी पार करवाकर गांव में प्रवेश करवाया गया. बीते दिनों चमोली में हुई भारी बारिश और भू-स्खलन से कई जगहों पर आपदा से पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हैं. जिससे यात्रा में शामिल हो रहे नंदा के भक्तों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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