चमोली: शासन ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए सी-ग्रेड सेब की मार्केटिंग के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है. मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लिए सी-ग्रेड सेब के विपणन के लिए 10 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया है.
जिला उद्यान विभाग द्वारा हेलंग, जोशीमठ, तपोवन, मलारी तथा घेस में सेब के लिए क्रय एवं संग्रह केंद्र बनाए गए हैं. फल उत्पादन क्षेत्र में बनाए गए इन केंद्रों पर सी-ग्रेड सेब का उपार्जन 31 अक्टूबर 2021 की अवधि तक रहेगा. निर्धारित शर्तों के अनुसार फलों का उपार्जन केवल उद्यानपतियों से किया जाएगा. आढ़तिये एवं बिचौलिए इसमें शामिल नहीं होंगे.
सी-ग्रेड सेब का MSP घोषित ये भी पढ़ें:उत्तराखंड के सपनों को कब लगेंगे पंख, आखिर कब आएगी मेट्रो, जानें कहां अटकी है गाड़ी
कृषकों को औपचारिकताएं पूर्ण करने पर चेक से भुगतान किया जाएगा. उद्यानपतियों से ओले के दाग वाले फल भी लिए जाएंगे. हालांकि, सड़े-गले और 50 मिमी व्यास से कम वाले सी-ग्रेड फलों का उर्पाजन नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही फलों के तुड़ाई के बाद प्रोसेसिंग क्रिया से फलों के वजन में होने वाली कमी की क्षति पूर्ति के लिए 2.5 प्रतिशत अधिक वजन लिया जाएगा.
मुख्य उद्यान अधिकारी ने कहा सभी संग्रह एवं क्रय केंद्रों पर अधीनस्थ कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है. चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा सेब की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है. ताकि सेब की खेती करने वाले किसानों को एमएसपी का फायदा मिल सके. जिले में उद्यान विभाग द्वारा सेब के अन्य बागान भी तैयार किये जा रहे हैं.