चमोली: लंबे असमंजस और ऊहापोह के बाद आखिरकार चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. लेकिन कोरोना का असर बदरीनाथ धाम में बिकने वाले बदरीश प्रसाद की बिक्री पर भी पड़ा है. इस साल कोरोना संकट के चलते चारधाम यात्रा ठीक तरीके से नहीं चलने के कारण महिला स्वयं सहायता समूहों को लाखों का नुकसान हुआ है. स्थानीय स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा चौलाई के लड्डू प्रसाद के रूप में बनाया जाता है. लेकिन लड्डू की बिक्री नहीं होने के कारण इन महिलाओं को लाखों का नुकसान हुआ है.
बीते वर्ष बदरीश प्रसाद की बिक्री से जोशीमठ की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 35 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई थी. इस वर्ष महिलाओं ने यात्रा शुरू होने पर 1 करोड़ तक की आय होने का अनुमान लगाया था, जिसको लेकर समूहों द्वारा प्रसाद के लिए सामग्री भी खरीद ली गई थी. लेकिन यात्रा संचालित न होने के कारण महिलाओं को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.
स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि फरवरी से ही प्रसाद बनाने को लेकर तैयारियां शुरू हो जाती है. उनके द्वारा आसपास के गांवों से लड्डू के लिए 20 क्विंटल चौलाई भी खरीद गई है. लेकिन बिक्री न होने के चलते कच्चा माल खराब हो रहा है. जिसकी वजह से समूह से जुड़ी महिलाओं की आजीविका का संकट खड़ा हो गया है.