थराली:सोमवार को चमोली जिले के देवाल विकासखंड के वाण गांव में स्थित सिद्ध पीठ लाटू देवता मंदिर के कपाट 6 महीने के लिए खोल दिए गए हैं. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. पौराणिक लाटू देवता मंदिर अपनी कुछ खास मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है. यहां के कपाट पूजा-अर्चना के लिए सिर्फ 6 महीने के लिए खुलते हैं. इसके अलावा इस मंदिर से जुड़े अनेक रहस्य भी हैं. यहां पूजा करने वाले पुजारी आंखों पर पट्टी बांधकर पूजा-अर्चना करते हैं.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज कपाटोद्घाटन में पहुंचे. उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. लाटू मंदिर के पुजारियों की ओर से सिद्ध पीठ के कपाट खोलने से पूर्व यज्ञ हवन की प्रक्रिया की गई. वहीं, लोहाजंग स्थित हेलीपैड पर प्रदेश के पर्यटन पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का चौपर उतरा. जिसके बाद वो लोहाजंग से करीब 10 किलोमीटर सड़क से वाहन के जरिए लाटू धाम वाण पहुंचे. इस दौरान मंदिर के मुख्य पुजारी खीम सिंह ने आंखों में पट्टी बांध कर रहस्यमयी गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री महाराज ने यहां पर करीब पौने दो घंटे तक पूजा-अर्चना कर देश एवं राज्य के विकास और खुशहाली की प्रार्थना की.
मुख्य पुजारी आंखों पर पट्टी बांध करते हैं पूजा
ग्रामीणों की मानें तो पुजारी को छोड़कर और किसी को भी मंदिर की परिधि से 50 मीटर अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है. पुजारी भी पौराणिक नियमों के तहत आंखों पर पट्टी बांधकर मंदिर के अंदर प्रवेश कर पूजा करते हैं. आज तक किसी को यह तक नहीं पता है कि मंदिर के अंदर लाटू देवता किस रूप में विराजमान हैं. कहा तो यह भी जाता है कि अगर कोई मंदिर के अंदर जाने का प्रयास करता है तो वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो जाता है और दूसरे लोगों को कुछ बताने लायक नहीं रह जाता.