चमोली:जिला मुख्यालय गोपेश्वर में अवैध खनन का कारोबार जोरों से चल रहा है. हैरानी की बात ये है कि जिस स्थान पर यह अवैध खनन हो रहा है, वहां से एसडीएम का कार्यालय महज कुछ ही फासले पर है. लेकिन अभी तक खनन माफिया के खिलाफ तहसील प्रशासन द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
बता दें कि गोपेश्वर के पास अलकनंदा और बालखिला नदी के किनारे अवैध खनन जोरों से चल रहा है. खनन कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद है कि उन्हें न तो प्रशासन का खौफ है न ही पुलिस का. वहीं, जिस स्थान पर खनन हो रहा है उस स्थान से एसडीएम का कार्यालय महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जबकि चमोली कोतवाली एक किलोमीटर की दूरी पर है. बावजूद इसके बालखिला नदी के किनारे से खनन कारोबारियों के बेखौफ होकर खच्चरों और डंपरों के जरिये अवैध खनन सामग्री को ठिकाने लगा रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने चमोली तहसील के अधिकारियों पर खनन कारोबारियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है.
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