चमोली:आपदाग्रस्त क्षेत्र में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए आज राज्यपाल बेबी रानी मौर्य तपोवन पहुंचीं. जहां राज्यपाल ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्हें बताया गया कि प्रशासन पीड़ित परिवारों की मदद नहीं कर रहा है. वो लोग घर नहीं जा पा रहे हैं.
पीड़ित परिवारों ने लापता लोगों की तलाश में तेज़ी लाने की राज्यपाल से मांग की है. उन्हें राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि लापता लोगों को खोजने के प्रयास तेज हैं, जल्द सभी का पता चलेगा. खोज अभियान को लेकर राज्यपाल ने प्रशासन को सख्त निर्देश भी दिये.
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वहीं, मौके पर गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन के साथ एनटीपीसी के अधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि टनल में ड्रिल का फॉर्मूला सफल नहीं हुआ जिसके बाद अब रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है. जितना मलबा निकाल रहे हैं, उतना ही बाहर आ रहा है. इसके लिये दो मशीनें लगाई गई हैं. रेस्क्यू अभी जारी रहेगा. वहीं, झील को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि झील बनी है कि नहीं ये पता नहीं चल सका है, पूरा डेटा आना बाकी है.
बता दें कि बीते रविवार को जोशीमठ के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से जल सैलाब आ गया. इस जल प्रलय में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया. इस घटना में अभी तक 35 शव बरामद हुए हैं. जबकि 169 लोग अभी भी लापता हैं.